जयपुर चुनाव डेस्क 

राजस्थान के 25 तारिख को होने वाले विधानसभा चुनावों में जहां कांग्रेस अपनी सरकार रिपीट करने के लिए एड़ी-छोटी जोर लगा रही है वहीं भाजपा अपने पुराने परिवर्तन के नारे को जोर-शोर से लगा रही है। इन दोनों मुख्या पार्टियों के अलावा AAP, RLP-ASP, BSP, AIMIM, BTP, BAP और JJP जैसी छोटी पार्टियां भी  रणनीति पर मैदान में हैं। राजनीतिक पंडितों की मानें तो तीसरा मोर्चा इस बार 30 सीटों पर दोनाें के प्रत्याशियों को कड़ी टक्कर देगा। जबकि 40 सीटों के समीकरण बिगाड़ेगा। कुछ तो इस बार तीसरे मोर्चे को शर्तिया 24-28 सीट का दावा कर  रहे हैं। 

आरएलपी व एएसपी का गठबंधन होने से किसान व दलित वर्ग को लेकर कांग्रेस-भाजपा को मशक्कत करनी होगी। वहीं आदिवासी क्षेत्र की 10 सीटों पर बीएपी-बीटीपी की चुनौती रहेगी। हालांकि चंद्रशेखर रावण व हनुमान बेनीवाल के बीच गठबंधन, आम आदमी पार्टी के जेल गए नेताओं को भी स्टार प्रचारक बनाने के बावजूद इन दलों ने कई कद्दावर भाजपा-कांग्रेस नेताओं की सीटों पर अपने प्रत्याशी नहीं उतारे हैं।

आरएलपी-एएसपी की नजर : खींवसर से आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल खुद प्रत्याशी हैं। 2018 में यहां से जीते थे, उपचुनाव में उनके भाई नारायण जीते थे। भोपालगढ़ से विधायक पुखराज गर्ग और मेड़ता से विधायक इंदिरा बावरी को उतारा है। परबतसर से लच्छाराम बड़ारड़ा व कोलायत से दो बार के विधायक रेवंतराम पंवार को टिकट दिया है।

बायतु से प्रत्याशी उम्मेदाराम बेनीवाल 2018 के चुनाव में दूसरे स्थान पर रहे थे। शिव से पूर्व विधायक जालम सिंह रावलोत, चौहटन से भाजपा से आए पूर्व विधायक तरुण राय कागा को उतारा है। देवली-उनियारा से विक्रम सिंह गुर्जर लड़ेंगे, जो गुर्जर आंदोलन में सक्रिय रहे थे। चौमूं से उतरे छुट्टन यादव पिछली बार तीसरे स्थान पर रहे थे। धोद से उतरे महेश मोरदिया पूर्व मंत्री परसराम मोरदिया के बेटे हैं। वहीं, आजाद समाज पार्टी ने बानसूर से पूर्व मंत्री रोहिताश्व शर्मा को उतारा है। कांग्रेस से दो बार विधायक रहे रामचंद्र सिराधना को एएसपी ने जमवारामगढ़, पूर्व विधायक दिलीप चौधरी को जैतारण से उतारा है।

बसपा की यहां निगाह : बसपा ने ने धौलपुर से रितेश शर्मा, सादुलशहर से पूर्व विधायक मनोज न्यांगली, बाड़ी से जसवंत गुर्जर, राजाखेड़ा से पूर्व जिला प्रमुख धर्मपाल जादौन, भरतपुर से उप महापौर गिरीश चौधरी, नदबई से पूर्व जिला प्रमुख खेमकरण तौली, हिंडौन से पूर्व मंत्री के पुत्र बृजेश जाटव को उतारा। सांचौर से शमशेर अली, कुम्हेर-डीग से हरिओम शर्मा, किशनगढ़बास से सिमरत कौर, बानसूर से मुकेश यादव को उतारा है।

तीसरे मोर्चे में मुख्यत: ये दल

पार्टी प्रत्याशी उतारे

बहुजन समाज पार्टी 195

राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी 83

कम्युनिस्ट पार्टी (एम) 17

आम आदमी पार्टी 88

आजाद समाज पार्टी 63

जनता जननायक पार्टी 7

इनके अलावा भारत आदिवासी पार्टी, भारतीय ट्राइबल पार्टी, एआईएमआईएम, शिवसेना आदि ने भी प्रत्याशी उतारे हैं।

आदिवासी इलाके में असल रण 

भारत आदिवासी पार्टी डूंगरपुर, बांसवाड़ा, उदयपुर व आसपास के जिलों की विभिन्न सीटों पर आदिवासी मतदाताओं के बीच दबदबा बढ़ाने में जुटी है। चौरासी से विधायक राजकुमार रोत प्रत्याशी हैं। खेरवाड़ा से विनोद कुमार मीना, धरियावाद से थावरचंद मीना, प्रतापगढ़ से मांगीलाल मीणा व उदयपुर ग्रामीण से अमित कुमार खराड़ी को मजबूत प्रत्याशी माना जा रहा है।

तीसरे मोर्चे की चुनौती

कम्युनिस्ट पार्टी (एम) ने धोद से पूर्व विधायक पेमाराम, दांतारामगढ़ से पूर्व विधायक अमराराम, भादरा से विधायक बलवान पूनियां, डूंगरगढ़ से विधायक गिरधारीलाल को उतारा है। एआईएमआईएम के प्रदेशाध्यक्ष जमील खान हवामहल सीट पर लड़ रहे हैं। जेजेपी ने सूरतगढ़ से पूर्व जिला प्रमुख पृथ्वीराज मील, फतेहपुर से पूर्व विधायक नंदकिशोर महरिया व दांतारामगढ़ से पूर्व जिला प्रमुख रीटा सिंह को प्रत्याशी घोषित किया है।

आरएलपी केवल 83 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। कम्युनिस्ट पार्टी (एम) ने 17, आम आदमी पार्टी ने 88, आजाद समाज पार्टी ने 63 व जनता जननायक पार्टी ने 7 सीटों पर ही प्रत्याशी उतारे हैं।

सभी 200 सीटों पर लड़ने का दावा भी धराशायी

जिन पर हमलावर रहे, उनके खिलाफ प्रत्याशी नहीं उतारे

सरदारपुरा : सीएम अशोक गहलोत के सामने आरएलपी व आप ने प्रत्याशी नहीं उतारा। जबकि गहलोत सरकार के खिलाफ आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल ने पेपर लीक, बजरी घोटाले जैसे आरोप लगाए थे।

झालरापाटन : पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के सामने आप व आरएलपी ने प्रत्याशी नहीं उतारा। जबकि दोनों दलों ने भाजपा-कांग्रेस के बीच भ्रष्टाचार व अपराध के गठबंधन होने के आरोप लगाए थे। बेनीवाल ने तो गहलोत-राजे की मिलीभगत संबंधी बयान दिए थे।

नागौर : कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुईं पूर्व सांसद ज्योति मिर्धा के सामने आरएलपी-आप ने प्रत्याशी नहीं उतारा। नामांकन के मौके पर हुई सभा में बेनीवाल ने ज्योति को हराने का दावा तक किया था।

ओसियां : कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा के खिलाफ आरएलपी व आप के साथ एएसपी या सीपीएम ने भी प्रत्याशी नहीं उतारा। जबकि बेनीवाल व दिव्या के बीच हाल ही जुबानी जंग तक चली थी।

खींवसर : सांसद हनुमान बेनीवाल के सामने आप का कोई प्रत्याशी नहीं है।

लक्ष्मणगढ़ : कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद डोटासरा पर हमलावर रही आप ने उनके खिलाफ प्रत्याशी नहीं उतारा।

बागीदौरा : जल संसाधन मंत्री महेंद्रजीत मालवीय के खिलाफ आरएलपी व आप सहित कोई दल चुनाव नहीं लड़ेगा।

लालसोट : चिकित्सा व्यवस्था को लेकर आप ने चिकित्सा मंत्री परसादीलाल मीणा को कई बार घेरा लेकिन मीणा के खिलाफ न तो आप और न आरएलपी ने प्रत्याशी उतारा।

तारानगर में नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ के खिलाफ आप, सवाईमाधोपुर में सांसद किरोड़ीलाल मीणा के खिलाफ रालोपा, मांडल में मंत्री रामलाल जाट के खिलाफ आरएलपी, आप व आजाद समाज पार्टी ने प्रत्याशी नहीं उतारा।