राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रत्याशियों की तीसरी लिस्ट पर बुधवार शाम मुहर लग गई। दिल्ली स्थित बीजेपी मुख्यालय में केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) की बैठक में यह निर्णय लिया गया। बीजेपी राजस्थान में 124 प्रत्याशी घोषित कर चुकी है। बैठक में शेष बची 76 सीटों को लेकर मंथन हुआ। सभी सीटों पर नाम लगभग तय कर लिए गए हैं।
तीसरी लिस्ट में 50 से 55 प्रत्याशियों की घोषणा हो सकती है। जिन सीटों पर ज्यादा विवाद की आशंका है और जिन सीटों पर कांग्रेस से शामिल हुए नेताओं को टिकट देना तय हुआ है, उन सीटों को होल्ड पर रखा जा सकता है। इनके नाम तीसरी लिस्ट जारी होने के एक दिन बाद घोषित किए जा सकते हैं।
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की अध्यक्षता में हुई बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद रहे। बैठक में राजस्थान से प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़, प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी, प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह सहित अन्य नेता शामिल हुए।
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की अध्यक्षता में हुई बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद रहे। बैठक में राजस्थान से प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़, प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी, प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह सहित अन्य नेता शामिल हुए।
76 में से 66 सीटों पर पिछला चुनाव हार चुकी है बीजेपी
जिन 76 सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान होना बाकी है, उनमें से 66 सीटों पर बीजेपी पिछला चुनाव हार चुकी है। ऐसे में इन सीटों पर सबसे ज्यादा मंथन हुआ है। जयपुर और दिल्ली में दो दिन की मैराथन बैठक के बाद इन सीटों पर तीन-तीन नामों का पैनल तैयार किया गया था। सीईसी की बैठक में चर्चा के बाद अब एक नाम फाइनल कर लिया गया है।
सिर्फ 10 सीटें ही भाजपा के पास
शेष बची 76 सीटों में से 10 सीटें ही ऐसी हैं, जहां भाजपा ने पिछला विधानसभा चुनाव जीता था। ये सीटें शाहपुरा (भीलवाड़ा), केशोरायपाटन, भीनमाल, सूरतगढ़, रानीवाड़ा, फलोदी, लाडपुरा, रामगंज मंडी, मावली और कपासन हैं। हालांकि इनमें से भी केशोरायपाटन और रामगंज मंडी से मौजूदा विधायकों ने सीट बदलने की इच्छा जताई है।
76 में से 66 सीटों पर पिछला चुनाव हार चुकी है बीजेपी
जिन 76 सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान होना बाकी है, उनमें से 66 सीटों पर बीजेपी पिछला चुनाव हार चुकी है। ऐसे में इन सीटों पर सबसे ज्यादा मंथन हुआ है। जयपुर और दिल्ली में दो दिन की मैराथन बैठक के बाद इन सीटों पर तीन-तीन नामों का पैनल तैयार किया गया था। सीईसी की बैठक में चर्चा के बाद अब एक नाम फाइनल कर लिया गया है।
सिर्फ 10 सीटें ही भाजपा के पास
शेष बची 76 सीटों में से 10 सीटें ही ऐसी हैं, जहां भाजपा ने पिछला विधानसभा चुनाव जीता था। ये सीटें शाहपुरा (भीलवाड़ा), केशोरायपाटन, भीनमाल, सूरतगढ़, रानीवाड़ा, फलोदी, लाडपुरा, रामगंज मंडी, मावली और कपासन हैं। हालांकि इनमें से भी केशोरायपाटन और रामगंज मंडी से मौजूदा विधायकों ने सीट बदलने की इच्छा जताई है।
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