जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

जयपुर में हवामहल विधानसभा सीट पर कांग्रेस के टिकट को लेकर बुधवार को माहौल गरमा गया। वजह यह रही कि कांग्रेस जिलाध्यक्ष आरआर तिवाड़ी के नाम से नामांकन फॉर्म उठाया गया। इसकी जानकारी मंत्री महेश जोशी के समर्थकों तक पहुंची तो जोशी समर्थक प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय जा पहुंचे। इनको अंदर नहीं घुसने नहीं दिया तो दीवार फांद कर पहुंचे और कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा से मिले।

कांग्रेस नेता मित्रोदय गांधी व राजेश कर्नल ने राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा से ज्ञापन के दौरान कहा है कि सिर्फ 25 सितंबर की घटना को मुद्दा बनाकर टिकट में देरी करना उचित नहीं है। जलमहल ब्लॉक अध्यक्ष जावेद सेठी, ब्लॉक अध्यक्ष अरुण शर्मा समेत सभी मंडल अध्यक्ष, पार्षद व पार्षद प्रत्याशी समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता पीसीसी पहुंचे थे।

गौरतलब है कि कांग्रेस की सूची जारी होने से पहले ही आरआर तिवाड़ी को हवामहल से टिकट दिए जाने की चर्चा है। वहीं, विद्याधर नगर विधानसभा से सीताराम अग्रवाल के नाम से नामांकन फॉर्म लिया गया है। अग्रवाल का टिकट फाइनल होने की अटकलें लगाई जा रही हैं।

तिवाड़ी का पांचवीं सूची में ही 57वां नाम था, ऐनवक्त पर रोका गया
आलाकमान महेश जोशी को 25 सितंबर की घटना को लेकर माफ नहीं करना चाहता है। 10 दिन पहले ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने तिवाड़ी के नाम पर सहमति दी थी, उसके बाद तिवाड़ी को इसकी सूचना गहलोत खेमे से मिली कि वे हवामहल से तैयारी करें, उनका टिकट आने की पूरी संभावना है। हालांकि तिवाड़ी, किशनपोल विधानसभा से टिकट चाह रहे थे। खास बात यह है कि तिवाड़ी को जोशी की भारी नाराजगी के बाद जिलाध्यक्ष बनाया गया था।

मंगलवार शाम को तिवाड़ी को दिल्ली से फोन आया कि उनका टिकट फाइनल है और पांचवीं सूची में आखिरी नाम है। तिवाड़ी के ​करीबी लोग घर पर एकत्र हो गए, उधर रात को 56 नामों की पांचवीं सूची जारी हुई तो उसमें तिवाड़ी का नाम नहीं था। तिवाड़ी ने जानकारी की तो बताया गया कि कोई पेंच फंस गया है, इसीलिए 57वां नाम हटा दिया है। संभवतया छठी सूची में उनका नाम जरूर आ जाएगा। वहीं, आलाकमान के कहने पर तिवाड़ी के नाम से नामांकन फॉर्म भी उठा लिया गया।

तिवाड़ी पिछले 3 चुनाव से टिकट मांग रहे
पिछले 32 साल से कांग्रेस में सक्रिय आरआर तिवाड़ी 15 साल से हवामहल से टिकट मांग रहे हैं, लेकिन तवज्जो नहीं दी गई। कांग्रेस ने ​3 महीने पहले ही उन्हें जिलाध्यक्ष बनाया, उसमें भी कार्यकारिणी बनाने की इजाजत प्रदेश नेतृत्व द्वारा अभी तक नहीं दी गई, क्योंकि तिवाड़ी 250 वार्डों के हिसाब से 250 लोगों की कार्यकारिणी बनाना चाह रहे हैं, जबकि पीसीसी ने निर्देश दिए है कि अधिकतम 71 की कार्यकारिणी बनाई जाए।

राजकाज के सूत्रों ने बतया कि महेश जोशी अपने टिकट के लिए चिंतित हैं इसीलिए वे अपनी बात दिल्ली में जहां तक पहुंचा सकते थे, उन्होने पहुंचाई और अब वे अपनी आस्था के सभी केंद्रों पर धोक देकर किसी अच्छे परिणाम को बाट जोह रहे हैं। बुधवार को हुए प्रदर्शन उनकी समर्थकों का भावावेग में किया गया ध्यानाकर्षण करने का तरीक था जिससे महेश जोशी की लोकप्रियता दिखाई जा सके।