भरतपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

भरतपुर जिले की बयाना विधानसभा सीट पर बीजेपी से बागी हुईं ऋतु बनावत ने भाजपा प्रत्याशी बच्चू बंशीवाल पर 10 करोड़ रुपए में टिकट खरीदने के आरोप लगाए हैं। हालांकि इस पर बच्चू बंशीवाल ने प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया।

बयाना से ऋतु बनावत 2018 में भाजपा की प्रत्याशी रहीं थीं, वे कांग्रेस के अमर सिंह के सामने चुनाव हार गई थीं। इस बार उन्हें टिकट नहीं मिला तो पार्टी से बागी होकर निर्दलीय मैदान में हैं। वे भाजपा-कांग्रेस का समीकरण बिगाड़ सकती हैं। बयाना विधानसभा में 11 प्रत्याशी मैदान में हैं। भाजपा प्रत्याशी बच्चू बंशीवाल का कहना है- 2018 में पार्टी ने गलत टिकट वितरण किया। लिहाजा संभाग में बीजेपी ने 19 में से 18 सीटें गंवाई। इस बार हम 15 सीटें जीतेंगे।

विधानसभा क्षेत्र में प्रचार के दौरान निर्दलीय प्रत्याशी ऋतु बनावत।
विधानसभा क्षेत्र में प्रचार के दौरान निर्दलीय प्रत्याशी ऋतु बनावत।

बंशीवाल बोले- भाजपा से नाराज था एससी वर्ग

बच्चू बंशीवाल ने कहा- 2018 में मेरा टिकट काटकर ऋषि बंसल की पत्नी ऋतु बनावत को दिया गया। ऋतु के पति जनरल वर्ग से आते हैं, जबकि बयाना सीट SC रिजर्व है। पार्टी के इस फैसले से संभाग का SC वोटर नाराज हुआ। यही वजह थी कि पिछले चुनाव में बीजेपी 19 में से 18 सीटें हारीं।

बंशीवाल के इस बयान पर निर्दलीय प्रत्याशी ऋतु बनावत बोलीं- ऋषि बंसल मेरे पति हैं लेकिन मेरे पिता एससी वर्ग से आते हैं। बच्चे की जाति उसके पिता से होती है। यह नियम महिलाओं पर भी लागू होता है। इसलिए रिजर्व सीट पर चुनाव लड़ना मेरा संवैधानिक अधिकार है।

2018 में मिली हार को लेकर ऋतु ने कहा- पिछले चुनाव में पार्टी के खिलाफ एंटी इनकंबेंसी थीं। उस समय सचिन पायलट की लहर थी। इसके बावजूद मैं संभाग में सबसे ज्यादा वोट में लेकर आई थी।

ऋतु का आरोप- टिकट में धन-बल का इस्तेमाल

ऋतु ने आरोप लगाया- बच्चू बंशीवाल ने टिकट लाने में धन बल का प्रयोग किया है। पार्टी के बड़े नेताओं ने पहले से आश्वस्त किया हुआ था। पैसा दो टिकट लो, वह खुद खुले में यह कह रहे थे कि 10 करोड़ देकर बैठा हूं। टिकट तो लेकर आऊंगा। इसी के आधार पर उन्हें टिकट मिला है। बच्चू बंशीवाल को गांवों में घुसने से भी रोका जा रहा है।

ऋतू बनावत के 10 करोड़ रुपये में टिकट लाने के आरोप पर जब बच्चू बंशीवाल से बात की तो, उन्होंने मिलने से ही मना कर दिया। उन्होंने कहा की, अभी समय नहीं है। चुनाव पास में हैं। प्रचार में लगा हूं।

उधर, कांग्रेस विधायक अमर सिंह का विधानसभा इलाके के गांवों में काफी विरोध देखा जा रहा है। साल 2018 में उन्होंने जीत दर्ज की थी। बयाना विधानसभा में सबसे ज्यादा SC वोटर हैं, इसके बाद गुर्जर समाज के वोटर हैं। ऐसे में अमर सिंह की राह आसान नहीं होगी। उनकी उम्मीद अपने वोटों से ज्यादा भाजपा के वोट बिखराव पर ज्यादा है। 

बयाना विधानसभा सीट से मौजूदा विधायक और कांग्रेस प्रत्याशी अमर सिंह (शर्ट जैकेट में)
बयाना विधानसभा सीट से मौजूदा विधायक और कांग्रेस प्रत्याशी अमर सिंह (शर्ट जैकेट में)

गुर्जर वोट तय करेगा जीत

बयाना विधानसभा क्षेत्र में कुल 2 लाख 65 हजार वोटर हैं। जिसमें से SC वोटर 60 हजार हैं। वहीं गुर्जर 55 हजार, ब्राह्मण 22 हजार, वैश्य 18 हजार, राजपूत 8 हजार, मीणा 4 हजार, मुस्लिम 3 हजार और सैनी-माली-काछी 15 हजार वोटर हैं। बीजेपी के बच्चू बंसीवाल और कांग्रेस के अमर सिंह SC वर्ग से आते हैं। ऐसे में SC वर्ग का वोटर बंटने की संभावना है और गुर्जर समाज का वोट सीट की दिशा तय कर सकता है।