बीजेपी की सोमवार को पहली लिस्ट आने के बाद से विरोध हो रहा है। 7 सांसदों को चुनावी मैदान में उतारा गया है, जिसमें जालोर-सिरोही सांसद देवजी पटेल भी शामिल हैं। उन्हें सांचाैर विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी बनाया गया है। विरोध इतना बढ़ गया कि देवजी पटेल बुधवार को जब सांचौर पहुंचे तो लोगों ने काले झंडे दिखाए। इस पर कार के आगे आए लोगों पर ड्राइवर ने गाड़ी चढ़ाने का प्रयास किया।
इस दौरान भीड़ आक्रोशित हो गई और उनकी कार पर पथराव कर दिया। कार के शीशे भी टूट गए। इधर, इस मामले पर सांसद का कहना है- मुझे आशंका थी कि कहीं कोई हमला नहीं कर दे। घटना सुबह 10 बजे सांचौर के पथमेड़ा से बड़सम गांव के बीच की है।
पथमेड़ा गाेशाला से लौट रहे थे
देवजी पटेल प्रत्याशी घोषित होने के बाद मंगलवार को पहली बार सांचौर आए थे। स्वागत कार्यक्रम के बाद पटेल कुलदेवी के मंदिर होते हुए जोधपुर के शिकारपुरा निकल गए थे। वहां से देर रात सांचौर लौटे।
सांसद पटेल बुधवार सुबह जल्दी सांचौर स्थित घर से पथमेड़ा के लिए निकले थे। पथमेड़ा गोशाला में जाने के बाद पटेल वापस सांचौर आ रहे थे। लोगों ने पटेल के काफिले को सांचौर पहुंचने से पहले ही रोक दिया। सड़क पर लोग काले झंडे लेकर खड़े हो गए और विरोध-प्रदर्शन करने लगे।
लोगों से बात करने के लिए जैसे ही सांसद ने शीशा नीचे किया तो वहां मौजूद लोग उनकी कार की तरफ टूट पड़े। इस पर ड्राइवर ने कार (जिसमें पटेल बैठे थे) को भीड़ की तरफ बढ़ाते हुए चढ़ाने का प्रयास किया। इससे भीड़ आक्रोशित हो गई और कार पर पथराव करते हुए हमला कर दिया। सांसद की कार समेत दो गाड़ियों के शीशे टूट गए।
सांसद बोले- मैंने एक-दो लोगों को पहचान लिया
इस घटना के बाद सांसद पटेल ने कहा कि मैं आज सुबह पथमेड़ा में गो पूजन करके सांचौर लौट रहा था। एक स्विफ्ट कार ने पीछा करते हुए ओवरटेक किया और चौराहे पर बीच में खड़ी कर दी।
वहां काफी संख्या में लोग खड़े थे। मैंने गाड़ी साइड कर कारण पूछा, लेकिन हमले की आशंका होने पर मैंने गाड़ी का शीशा बंद कर लिया। गाड़ी निकालने पर पीछे से हमला कर दिया। एक-दो लोगों को मैंने पहचाना है। वे जिले के बाहर के हैं।
विरोध कर रहे कार्यकर्ता बोले- सांसद को टिकट देना गलत निर्णय
सांचौर विधानसभा सीट से पिछले चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी रहे दानाराम चौधरी के समर्थन में मंगलवार को कार्यकर्ताओं ने एकत्रित होकर विरोध किया था। कार्यकर्ताओं का कहना है कि देवजी पटेल की जमानत जब्त होगी। गांवों में इनकी मीटिंग भी नहीं होने देंगे। दानाराम के समर्थकों का आरोप है कि सांसद को टिकट देने का पार्टी का निर्णय पूरी तरह गलत है।
बता दें कि देवजी पटेल जालोर-सिरोही सीट से 2009, 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में लगातार विजयी हुए हैं। जालोर-सिरोही लोकसभा सीट पर पहली बार 2009 में कांग्रेस के बूटासिंह को हराकर देवजी पटेल सांसद बने थे।
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