जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

'हम तो दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है, चल पड़ेंगे जिस तरफ रास्ता हो जाएगा'। 

भाजपा हाई कमांड भले ही अभी भी राजस्थान के बचे हुए टिकटों की माथा-पच्ची में ही लगा हो और पहली सूची से फैले रायते को संताने में व्यस्त हो लेकिन भाजपा की 'मैडम' दूसरी सूची में अपना डंका बजवाने के बाद अपने पुराने रंग में लौटने लगी हैं। भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे आज जब अपने समर्थक विधायक कालीचरण सराफ के प्रधान कार्यालय के उद्घाटन पर पहुंची तो वहां एकत्रित लोगों को 2018 और उससे पहले की 'मैडम' साक्षात् दिखीं, सूरत और सीरत दोनों तरह से।     

इस मौके पर वसुंधरा राजे ने अपने चित-परिचित अंदाज में कहा कि मालवीय नगर विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी कालीचरण सराफ को रिकॉर्ड मतों से जिताओ। राजे ने कालीचरण सराफ के समर्थकों से अपील करते हुए कहा- पिछली बार जैसे नहीं भाई, 1700-1800 में मजा नहीं आता। आग्रह है कि इस बार रिकॉर्ड मतों से जिताना। इसके लिए आपको थोड़ी मेहनत करनी होगी। गौरतलब है कि पिछले विधानसभा चुनावों में मालवीय नगर विधानसभा सीट पर कालीचऱण सराफ का जीत का अंतर केवल 1704 वोटों का ही था।

ERCP,रिंग रोड़ और द्रव्यवती नदी का काम पूरा करेंगे

पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा- भाजपा की सरकार बनना तय है। सरकार बनते ही हमारी सरकार के वो सब काम शीघ्र पूरे करेंगे। जो कांग्रेस सरकार ने रोक दिए थे। उन्होंने कहा कि ईआरसीपी योजना से जयपुर सहित कई ज़िलों की प्यास बुझाएंगे। जयपुर के रिंग रोड़ का काम जो इस सरकार ने रोक दिया। वह भी सरकार आते ही शुरू होगा। द्रयवती नदी जिसे इस सरकार ने वापस गंदा नाला बना दिया। उसे फिर से रोशन करेंगे। उनके ये  वहां मौजूद ज्यादातर भाजपा कार्यकर्ता ख़ुशी से ताली बजाने लगे, वजह थी राजे का वो आत्मविश्वाश जिसके साथ उन्होनें उपरोक्त वादे किए। सभी को लगा कि होने वाली CM वसुंधरा राजे ने ये वादे किए हैं। असल में भाजपा के अभी तक के चुनावी अभियान में कांग्रेस को तो गाली दी गई, उसके किए गलत को ठीक करने का भी वादा किया गया लेकिन भविष्य को लेकर किसी प्रदेश के नेता ने कोई बात ठोस रूप से नहीं की थी।  जब भी कहते तो PM मोदी के हवाले से रजस्थान को खुशहाल बनाने की बात कहते। राजे ने आज अपनी सरकार की योजनाओं की बात कर अपनी पुरानी छवि को फिर से जीवित कर अपने अंदाज में निरंतरता का सन्देश दिया।  

वसुंधरा राजे ने कड़वे बोल ना बोलते हुए कांग्रेस के शीर्ष नेताओं को भी अपने ही अंदाज में घेरा। वे बोलीं कि कुछ दिन पहले प्रियंका गांधी राजस्थान आई थी। उन्होंने महिलाओं को 10 हजार रुपए देने की बात कही है, लेकिन मुझे तो डर लगता है। ये और इनके भाई जब भी आते हैं। जयपुर वालों को और जनता को कुछ भी कहकर चले जाते हैं। जरूरी नहीं है कि यह उस पर अडिग रहे। आपको याद होगा, पहले ये लोग किसानों से वादा करके गए थे। अब महिलाओं को वादा करके जा रहे हैं। मुझे तो विश्वास है, शायद ही महिलाओं को 10 हजार रुपए मिलेंगे। किसानों का कर्जा तो आज भी माफ नहीं हुआ। 

वसुंधरा राजे की इस सभा से अपने जीवन का संभवतः आखिरी चुनाव लड़ रहे कालीचरण सराफ का कितना भला होगा यह कहा नहीं जा सकता लेकिन ये तय है कि उन्होने भाजपा के कार्यकर्ताओं के एक पुराने और अनुभवी धड़े को तो जोश से भर ही दिया है जिसका फायदा भाजपा को जरुर मिलेगा।