बारां ब्यूरो रिपोर्ट। 

प्रदेश के 13 जिलों के लिए जीवनदायिनी माने जाने वाली पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) को केंद्र सरकार द्वारा लागू नहीं कर वादा खिलाफी करने को लेकर सोमवार को बारां जिला मुख्यालय से कांग्रेस की ओर से इस मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरने के लिए जनजागरण अभियान शुरू किया जाएगा। इसमें कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे व सीएम अशोक गहलोत सहित कई नेता बारां पहुंचेंगे। कांग्रेस जिलाध्यक्ष रामचरण मीणा ने बताया कि ईआरसीपी परियोजना को केंद्र सरकार से राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर बारां जिले से जनजागरण अभियान की शुरुआत की जाएगी।

इसमें कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा सहित अनेक कांग्रेस नेता बारां पहुंचेंगे। इसे लेकर सोमवार को राजकीय महाविद्यालय के पीछे डोल मेला तालाब परिसर में दोपहर 12 बजे जनसभा आयोजित की जाएगी। यहां से यात्रा रथ के रूप में कोटा के इटावा पहुंचेगी। इटावा में भी सभा होगी। मीणा ने बताया कि ईआरसीपी परियोजना राजस्थान के झालावाड़, बारां, कोटा, बूंदी, सवाईमाधोपुर, करौली, धौलपुर, भरतपुर, दौसा, अलवर, जयपुर, अजमेर एवं टोंक सहित 13 जिलों के लिए जीवनदायिनी है।

परियोजना से वर्ष 2051 तक इन जिलों को सिंचाई एवं पेयजल के लिए जलापूर्ति होनी है। यह परियोजना कालीसिंध, पार्वती, मेज और चाकन उप-बेसिनों में उपलब्ध अधिशेष मानसूनी पानी का उपयोग करके और इसे बनास, गंभीरी, बाणगंगा के पानी की कमी वाले उप-बेसिनों में डायवर्ट कर चंबल बेसिन के भीतर पहुंचाया जाएगा। उनका कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रदेश में पिछले विधानसभा चुनावों से पूर्व ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना बनाने का वादा राजस्थान की जनता के साथ किया था, किंतु पांच वर्ष बीतने के बावजूद केंद्र सरकार ने ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा प्रदान नहीं कर प्रदेश की जनता के साथ वादा खिलाफी की है। इधर, जनजागरण अभियान को लेकर मंत्री प्रमोद जैन भाया, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव हंसराज मीणा, जिलाध्यक्ष रामचरण मीणा, जिला प्रमुख उर्मिला जैन भाया, विधायक पानाचंद मेघवाल व विधायक निर्मला सहरिया तैयारियों में जुटे हैं।