सांचौर ब्यूरो रिपोर्ट।

सांचौर विधानसभा के कांग्रेस प्रत्याशी और मंत्री सुखराम बिश्नोई और बीजेपी प्रत्याशी देवजी पटेल को आचार संहिता का उल्लंघन करने के आरोप में नोटिस मिला है। कांग्रेस प्रत्याशी सुखराम बिश्नोई पर आरोप है कि उन्होंने महिलाओं को नोट बांटे हैं। वहीं देवजी पटेल को एक मंदिर में सभा करने के मामले में नोटिस दिया गया है।

सांचौर रिटर्निंग अधिकारी बद्रीनारायण विश्नोई ने कहा कि, कांग्रेस प्रत्याशी सुखराम बिश्नोई और भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी देवजी एम.पटेल को आदर्श आचार संहिता की उल्लंघन के मामले में नोटिस जारी किए गए हैं। संबंधित प्रत्याशियों से 48 घंटों में जवाब तलब किया गया है।

महिलाओं को नोट देते हुए वायरल हुए सुखराम बिश्नोई
सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में दावा किया जा रहा है कि प्रदेश में आचार संहिता लगने के बाद सांचौर से कांग्रेस के प्रत्याशी सुखराम बिश्नोई महिलाओं को वोट के बदले नोट बांट रहे हैं। करीब 30 सेकेंड के इस वीडियो में दिख रहा है कि मंत्री सुखराम बिश्नोई विधानसभा के अंतर्गत सुथाना गांव में महिलाओं के बीच खड़े हैं। वो अपनी शर्ट के पॉकेट से कुछ नोट निकालते हैं और महिलाओं को बुला-बुला कर उन्हें पैसे देते हैं।

सुखराम बिश्नोई ने एक्स पर पोस्ट कर दी सफाई
हालांकि इस वीडियो के वायरल होने के बाद खुद सुखराम बिश्नोई ने सोशल मीडिया पर सफाई दी, उन्होंने पोस्ट किया कि 'मेरा एक वीडियो वायरल किया जा रहा है, जिसे आचार संहिता के उल्लंघन बताया जा रहा है। उसमें आचार संहिता के उल्लंघन जैसी कोई बात नहीं है। दरअसल ये सांचौर के जिला बनने की खुशी में दिया गया शगुन था जो सिर्फ़ मेरे पैतृक केरिया गांव की बहन-बेटियों को दिया गया था। वीडियो में साफ है कि मौके पर 50 से ज्यादा महिलाएं थी, जिनमें से सिर्फ 3 महिलाओं को ही मैंने शगुन दिया जो मेरे पैतृक गांव केरिया की थी और गांव के रिश्ते के हिसाब से मेरी बहन और बेटियां लगती हैं।'

मंदिर में सभा करने पर देवजी एम. पटेल को नोटिस
भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी देवजी एम. पटेल का ग्राम बोरली के मंदिर परिसर में आमजन को संबोधित करते हुए मतदान की अपील करने का मामला सामने आया है। इस कारण उन्हें लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 के विभिन्न प्रावधानों के तहत आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का नोटिस जारी किया।