जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।  

सीएम अशोक गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा से मंगलवार को दिल्ली क्राइम ब्रांच ने फोन टेपिंग से जुड़े मामले में 5वीं बार पूछताछ की। उन्हें बुधवार को फिर से पूछताछ के लिए बुलाया गया है। पूछताछ के बाद ओएसडी लोकेश शर्मा ने दिल्ली क्राइम ब्रांच पर बेवजह परेशान करने का आरोप लगाया।

उन्होंने कहा कि मुझे क्राइम ब्रांच ने 9वीं बार नोटिस देकर बुधवार को फिर पूछताछ के लिए बुलाया है। मंगलवार को 4 घंटे की पूछताछ में हमेशा की तरह वहीं सवाल रिपीट हुए, जिनका जवाब मैं पिछली 4 बार की पूछताछ में दे चुका हूं। लेकिन फिर भी बिना वजह परेशान करने के उद्देश्य से मुझे बुलाया जा रहा हैं।

दरअसल, यह पूरा मामला साल 2020 के राजस्थान के सियासी सकंट से जुड़ा हुआ है। उस समय लोकेश शर्मा ने मीडिया को एक ऑडियो क्लिप जारी की थी। इसमें कहा गया था कि सरकार को गिराने के लिए गजेन्द्र सिंह नामक व्यक्ति, एक विधायक व एक दलाल की बातचीत इस ऑडियो क्लिप में हैं।

केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह ने छवि खराब करने का आरोप लगाया
इसके बाद केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह ने दिल्ली पुलिस में परिवाद देकर जनप्रतिनिधियों के फोन टेप करने और उनकी छवि खराब करने का आरोप लगाया था। जिस पर 25 मार्च 2021 को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने ओएसडी लोकेश शर्मा के खिलाफ मामला दर्ज किया था।

सीएम ने कहा-अंत में विजय सच्चाई की होगी
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी बुधवार को दिल्ली में ही थे। वहां मीडिया से बात करते हुए गहलोत ने कहा कि फोन टेपिंग मामले में बिना वजह लोकेश शर्मा को परेशान किया जा रहा है। लोकेश शर्मा का का क्या कसूर है?

उन्होंने कहा कि सरकार गिराने के षड्यंत्र में केंद्रीय मंत्री शामिल हैं, रिकॉर्डिंग में वॉयस उन्हीं की है। आप लोकेश शर्मा को अनावश्यक रूप से तंग कर रहे हो। आप खुद षड्यंत्र में शामिल थे, सरकार गिरा नहीं पाए, ये आपको दर्द है, टीस है, आपके दिल में आग लगी हुई है, आप अपने प्रभाव को उपयोग लेकर झूठे केस दर्ज करवा रहे हो। अंत में विजय सच्चाई की होगी।

दिल्ली हाई कोर्ट में सुनवाई, गिरफ्तारी पर रोक
क्राइम ब्रांच द्वारा मामला दर्ज करने पर लोकेश शर्मा ने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। जिस पर सुनवाई करते हुए दिल्ली हाईकोर्ट ने लोकेश शर्मा की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी थी। जो आज भी बरकरार हैं। बुधवार को हाईकोर्ट में भी इस मामले की सुनवाई हैं।