प्रियंका गांधी वाड्रा के राजस्थान दौरे को लेकर बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने बयान जारी करके कहा है कि प्रियंका वाड्रा का दौरा प्रदेश की पीड़ित जनता के घावों पर नमक छिड़कने वाला रहा हैं।
उन्होंने कहा कि पिछले पांच सालों से दुष्कर्म से पीड़ित महिलाएं और बच्चियां न्याय की पुकार कर कर रही हैं। आखिर उन्हें कब न्याय मिलेगा। पूरे पांच साल में क्यों प्रियंका गांधी या गांधी परिवार का कोई सदस्य उनका हाल जानने नहीं आया।
प्रियंका ने भक्त और भगवान का अपमान किया
सीपी जोशी ने प्रियंका गांधी वाड्रा के देवनारायण भगवान मंदिर में चढ़ावे को लेकर दिए गए बयान को बेतूका बताया हैं। उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी वाड्रा ने भक्त और भगवान दोनो का ही अपमान किया है। इस प्रकार की बात करना तुष्टिकरण की राजनीति का ही एक हिस्सा है। कांग्रेस हमेशा से ही ऐसा करती आई है।
उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी मोदी सरकार द्वारा बड़ी-बड़ी इमारतें बनाने और विकास के कार्यों पर टिप्पणी करती हैं। बड़ी इमारतें बनाने से तो देश का विकास ही हुआ है। कांग्रेस विकास नही पर पाई। इसलिए इनके पेट में दर्द हो रहा है। राजस्थान को मोदी की गारंटी और डबल इंजन सरकार की जरूरत है।
प्रियंका के परिवार ने राजस्थान में किसानों की जमीनें हड़पी- शहजाद पूनावाला
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि आज कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी अपने सियासी पर्यटन पर राजस्थान आई थी और यह कोई नई बात नहीं है। अपने परिवार सहित रणथंबौर तो वे अक्सर आती रहती हैं। बस उन्हे दुष्कर्म पीड़ित महिलाएं और गैंगरेप की शिकार नाबालिग नजर नहीं आती।
आज भी प्रियंका गांधी बिना तथ्यों के डिजाइन बॉक्स द्वारा पकड़ाई पर्ची को पढ़कर अपना भाषण पूरा करके चली गई। अच्छा होता प्रियंका गांधी प्रदेश की महिलाओं, युवाओं और किसानों की भी सुध लेती। राजस्थान में तो प्रियंका गांधी खुद भ्रष्टाचार की स्टेक होल्डर हैं। उनके परिवार ने बीकानेर में किसानों की जमीनें हड़पने का काम किया जिसका मामला कोर्ट में चल रहा है।
प्रियंका बोलीं- प्रधानमंत्री के लिफाफे में 21 रुपए निकले
सिकराय की सभा में प्रियंका गांधी ने कहा- मैंने टीवी पर देखा, पता नहीं सच है कि नहीं, देवनारायण जी के मंदिर में कुछ समय पहले प्रधानमंत्री गए थे और एक लिफाफा डाल आए। मैंने टीवी पर देखा कि 6 महीने बाद प्रधानमंत्री जी की ओर से दिया लिफाफा खोला गया, जनता सोच रही थी कि भगवान जाने क्या होगा इस लिफाफे में? देश के इतने बड़े नेता आए थे, वह लिफाफा डालकर गए थे।
लिफाफा खोला तो उसमें 21 रुपए निकले। अब आप मुझे बताइए एक तरह से देश में यही हो रहा है। बड़ी-बड़ी घोषणाएं हो रही हैं, मंच पर खड़े होकर कैसे-कैसे लिफाफे दिखाए जा रहे हैं। जब आप उन लिफाफों को खोलते हैं, जब चुनाव खत्म हो जाता है और बारी आती है कि काम करके दिखाओ तो कुछ नहीं होता। ईस्टर्न राजस्थान कैनाल परियोजना (ईआरसीपी) का जुमला भी आपको इसी तरह दिया गया था।
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