जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
जमीन नीलामी के पोस्टर पर गलत किसान की फोटो लगने के बाद अब बीजेपी मामले को बैंलेस करने के लिए कर्ज माफी से परेशान किसानों को सामने लेकर आई हैं। आज बीजेपी कार्यालय में ऐसे करीब दो दर्जन किसानों ने मीडिया के सामने अपनी बात रखी।
दरअसल, बीजेपी ने नहीं सहेगा राजस्थान अभियान के तहत कर्ज माफ नहीं होने से जमीन नीलामी के पोस्टर पर जिस किसान की फोटो लगाई थी। उसका कहना है कि उस पर एक रुपए का भी कर्जा नहीं है। किसान का आरोप था कि बीजेपी वालों ने उसे बदनाम किया है। शनिवार को जैसलमेर के किसान माधुराम जयपाल ने सीएम अशोक गहलोत से मुलाकात की थी। इसका वीडियो शेयर करते हुए सीएम ने टैग लाइन दी है- हमारे किसान को क्यों बदनाम किया?
मरने के बाद भी बैंक वाले मांग रहे पैसे
वहीं, बीजेपी कार्यालय पहुंचे किसान खाजू ने बताया- मेरे चचेरे भाई लादूराम ने कर्जा माफ नहीं होने से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने वादा किया था कि एक,दो,तीन,चार.....दस तक गिनती गिनने से पहले ही किसान का कर्जा माफ हो जाएगा।
हमारा कर्जा माफ नहीं हुआ। मरने के बाद भी बैंक वाले कर्जा चुकाने के लिए परेशान करते रहे। फिर कर्जा नहीं चुकाने पर जमीन कुर्की का नोटिस थमा दिया।
इसी तरह से नीम का बास, शाहपुरा के रहने वाले किसान छोटूराम जाट ने कहा कि मैने बैंक से कर्जा लिया था। जब तक कुएं में पानी था। फसल हो जाती थी। इससे कर्जा समय पर चुकाया। पानी खत्म होने पर फसल नहीं हुई और कर्जा नहीं चुका पाए। इसके बाद बैंक वालों ने जमीन नीलामी का नोटिस भेज दिया।
कर्ज माफी पर राठौड़ नहीं दे सके जवाब
इस मामले को लेकर जब नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ से सवाल किया गया कि क्या बीजेपी किसान की कर्ज माफी को अपने घोषणा पत्र में शामिल करेगी? तो राठौड़ सीधे तौर पर इसका कोई जवाब नहीं दे पाए। राठौड़ ने कहा कि घोषणा पत्र के संयोजक केन्द्रीय अर्जुनराम मेघवाल है। वो ही इस बारे में स्पष्ट रूप से बता सकते हैं।
उन्होंने कहा कि बीजेपी किसान को धोखा नहीं देगी। जो कहेंगे वो करेंगे। किसान की जमीन नीलाम होने से बचाने के सवाल पर राठौड़ ने कहा कि प्रदेश में बीजेपी का सरकार बनने पर किसान की जमीन बचाने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे।
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