डीग ब्यूरो रिपोर्ट। 

डीग जिले में मंत्री जाहिदा खान के पति जलीस खान की कार पर पथराव हो गया। शुक्रवार दोपहर 12 बजे जलीस खान पहाड़ी थाना इलाके के तिलकपुरी गांव से गुजर रहे थे। इस दौरान कार से निकलकर वे लोगों से मिलने लगे। समर्थक उनका स्वागत कर रहे थे कि अचानक विरोध करने वालों की भीड़ ने उन्हें घेर लिया।

भीड़ में लोग शिक्षा राज्यमंत्री जाहिदा खान के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। विरोध को देखते हुए जलीस खान कार में बैठ गए। इसके बाद एक युवक कार की छत पर चढ़कर कूदने लगा। जलीस खान की कार को रोकने के लिए सड़क पर कैंपर कार भी आगे लगा दी।

भीड़ लगातार बढ़ती गई और लोगों की नारेबाजी, गाली-गलौज और आक्रोश बढ़ता जा रहा था। जलीस खान के ड्राइवर ने कार दौड़ाई तो भीड़ कार के पीछे भागने लगी। लोगों ने पत्थर कार पर फेंकना शुरू कर दिया। इससे बैक मिरर भी टूट गया। जलीस खान जान बचाकर भागे। सोशल मीडिया पर मंत्री के पति की कार पर पथराव और हमले के 2-3 वीडियो शेयर किए जा रहे हैं।

मंत्री जाहिदा खान के खिलाफ आक्रोश
मंत्री जाहिदा खान का काफी दिनों से इलाके में विरोध हो रहा है। जानकारी के मुताबिक नासिर-जुनैद हत्याकांड के बाद से लोग जाहिदा पर गुस्सा हैं। कई बार लोगों ने जाहिदा खान को इस बार विधानसभा चुनाव में टिकट न देने की मांग करते हुए धरना-प्रदर्शन भी किया है।

कांग्रेस पर्यवेक्षक पहुंचे कामां
इस घटना के बाद कांग्रेस पर्यवेक्षक नदीम जावेद भी शाम को कामां पहुंचे। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में लोग रैली निकालते हुए और जाहिदा खान के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पर्यवेक्षक के पास पहुंचे। लोगों ने पर्यवेक्षक को बताया कि वे मंत्री जाहिदा खान को टिकट देने के पक्ष में नहीं है। मेवात इलाके के लोग सिर्फ कांग्रेस को वोट देते हैं, अबकी बार जाहिदा खान को वोट न दिया जाए। लोगों ने जाहिदा खान पर परिवारवाद का आरोप भी लगाया।

5 दिन पहले दिल्ली में भी हुआ था विरोध
शनिवार 14 अक्टूबर को मंत्री जाहिदा खान कांग्रेस हाईकमान की मीटिंग के लिए दिल्ली पहुंची थीं। जैसे ही इस बात का पता दिल्ली में रह रहे कामां के लोगों को लगा तो वे AICC कार्यालय पर पहुंचे गए थे। लोग मंत्री जाहिदा खान को टिकट न देने की मांग करने लगे थे। लोगों के हाथों में जाहिदा खान के विरोध की तख्तियां भी थीं। यहां लोगों ने मंत्री जाहिदा खान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की थी, जब इस बात का पता जाहिदा खान को लगा तो उन्हें पीछे के गेट से निकलना पड़ा था।