झुंझुनू ब्यूरो रिपोर्ट।

झुंझुनूं, सीकर व चूरू के भामाशाह दान करने में प्रदेश में सबसे अव्वल है। अगस्त महीने में प्रदेश की सरकारी स्कूलों में सबसे ज्यादा दान शेखावाटी के भामाशाहों ने किया है। शेखावाटी के बात करें तो चूरू सबसे आगे रहा है।

ये आंकड़ा शिक्षा विभाग की ओर से जारी शिविरा पंचांग में दर्शाया गया है। जिसमें 34 लाख 26857 रुपए दान कर चूरू के भामाशाह राजस्थान में अव्वल रहे हैं। वहीं 19 लाख 58 हजार 230 रुपए के साथ झुंझुनूं दूसरे तथा 14 लाख 6218 रुपए दान कर सीकर के भामाशाह तीसरे पर रहे।

यही नहीं प्रदेश में सबसे ज्यादा राशि दान करने वाले टॉप 54 भामाशाहों में भी आधे से ज्यादा अकेले शेखावाटी क्षेत्र के हैं। चूरू, झुंझुनूं व सीकर के बाद नागौर व बारा के भामाशाहों ने प्रदेश में सबसे ज्यादा दान किया है। दान करने में नागौर चौथे व बारा पांचवें नंबर पर है।

व्यक्तिगत दान में भी आगे

झुंझुनूं, सीकर, चुरू के भामाशाह सरकारी स्कूलों में व्यक्तिगत दान में भी सबसे आगे हैं। प्रदेश की स्कूलों में सबसे ज्यादा दान करने वाले 54 भामाशाहों की सूची में 27 भामाशाह शेखावाटी के हैं। इनमें 12-12 भामाशाह झुंझुनू व चूरू तथा पांच भामाशाह सीकर जिले के हैं। उन्होंने 51 हजार से चार लाख रुपए तक व्यक्तिगत से स्कूलों को दान किए हैं।

जन सहभागिता योजना में बढ़ा रहे हाथ

राज्य सरकार ने 2016-17 में सरकारी स्कूलों से लोगों का जुड़ाव व जन सहभागिता बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री जन सहभागिता योजना शुरू की थी। योजना में जन सहयोग से 40 प्रतिशत राशि जमा होने पर बाकी 60 प्रतिशत राशि सरकार की ओर से जारी की जाती है। इसका उपयोग स्कूल के विकास के लिए किया जाता है।

सबसे ज्यादा दान करने वाले जिले

जिला -       दानदाता -     राशि

चूरू             354            3426857

झुंझुनूं           120            1958230

सीकर           288           1406218

नागौर           632            739597

बारा             167             571999

सबसे कम दान देने वाले जिले

जिला -      ट्रांजेक्शन -        राशि

सिरोही             84              4243

दौसा              111            35802 

अलवर           255            41431

भरतपुर         168             52599

टोंक                88             68089