जोधपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

जोधपुर में अपनी ही पार्टी के बोर्ड में काम नहीं होने से नाराज भाजपा के पार्षद में पार्टी की सदस्यता पद से इस्तीफा दे दिया। नगर निगम दक्षिण के वार्ड संख्या 2 से पार्षद दलपत वैष्णव में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और जिला अध्यक्ष को भेजे त्यागपत्र में लिखा कि जनता की डिमांड काम को लेकर बढ़ रही है लेकिन अपने ही बोर्ड में काम नहीं करवा पा रहे हैं।

वैष्णव ने अपने त्यागपत्र में लिखा- मैं पिछले 46 साल से भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता हूं और पिछले 15 साल से अलग-अलग पदों पर काम कर रहा हूं। लेकिन अब अपनी ही पार्टी का बोर्ड होने के बावजूद काम नहीं हो रहे हैं तो जनता सवाल खड़े करती है।

कच्ची बस्ती के पट्टे नहीं बनने से परेशान

पार्षद ने बताया कि उनके क्षेत्र में एक कच्ची बस्ती है जिसके पट्टे बनवाने के लिए वह लगातार प्रयास कर रहे हैं लेकिन इसके बावजूद अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं।

भास्कर ने जब पार्षद दलपत वैष्णव से बात की तो उन्होंने बताया कि नगर निगम में पूरी तरह से भ्रष्टाचार का बोलबाला है। उन्होंने कहा कि जनता के कोई भी काम बिना लेनदेन के नहीं हो रहे।

एक दिन बाद ही मोदी की सभा

गौरतलब है कि एक दिन बाद ही 5 अक्टूबर को जोधपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा है और वह चुनावी रणनीति का जय घोष करने वाले हैं। ऐसे में कुछ दिन पहले ही यह त्यागपत्र संगठन और सत्ता के बीच सामंजस्य को लेकर सवाल खड़े करता है।

पहले भी सामने आई थी खींचतान

भारतीय जनता पार्टी में कुछ दिन पहले परिवर्तन संकल्प सभा के समापन समारोह में भी आपसी खींचतान साफ देखने को मिली थी। तब असम के मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत जैसे बड़े नेताओं की सभा में भाजपा भीड़ नहीं जुटा पाई थी।

इसको साफ तौर पर आपसी खींचतान और जिला संगठन के नेतृत्व में कमी से जोड़कर देखा जा रहा था। अब एक बार फिर मोदी की सभा से पहले भाजपा में आपसी खींचतान देखने को मिल रही है।