जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।   

केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने कहा कि गहलाेत सरकार के कुप्रबंधन के कारण राजस्थान की महंगाई दर देश में सबसे उपरी पायदान पर है। महंगाई की दर पिछले एक साल से हर माह राष्ट्रीय औसत से अधिक बढ़ी है और प्रदेश सर्वाधिक महंगाई वाले राज्यों में शामिल हो गया है।

सितम्बर में देश में महंगाई दर जहां 5.02 प्रतिशत रही वहीं राजस्थान में यह महंगाई दर 6.53 प्रतिशत के साथ शीर्ष पर रही है। कमजोर आर्थिक प्रबंधन के कारण खाद्य पदार्थ, पेट्रोल, डीजल की कीमतों को रोकने में राज्य सरकार पूरी तरह से विफल रही है।

राजस्थान में पेट्रोल, डीजल पर सर्वाधिक वैट, सर्वाधिक मंडी टैक्स व सर्वाधिक महंगी बिजली के कारण जनता महंगाई की आग में झुलस रही है। कांग्रेस सरकार ने पिछले दिनों महंगाई राहत कैंप का जो छलावा किया उससे यह स्पष्ट हो गया कि इनकी नीतियों, आर्थिक व वित्तीय प्रबंधन के कारण प्रदेश में महंगाई बढ़ी है। राज्य सरकार ने महंगी बिजली से राहत देने के लिए 100 यूनिट बिजली फ्री का ढोंग करके उपभोक्ताओं से जमकर फ्यूल सरचार्ज वसूला। पिछले चार वर्षों में इसी फ्यूल सरचार्ज के रूप में 1.35 करोड़ उपभोक्ताओं से 4 हजार करोड़ की वसूली की जा चुकी है।

केंद्र की नीतियां महंगाई के लिए दोषी : कांग्रेस
कांग्रेस के प्रदेश महासचिव व प्रवक्ता स्वर्णिम चतुर्वेदी का कहना है कि देश में महंगाई का सबसे बड़ा कारण केंद्र सरकार की नीतियां हैं। पूरे देश में प्याज सहित सब्जियों के दाम बढ़ रहे हैं। गलत आर्थिक नीतियां इसकी दोषी हैं। भाजपा के नेता प्रदेश सरकार पर अनर्गल आरोप लगा रहे हैं। मध्यप्रदेश सहित समस्त राज्यों में प्याज की कीमतें बढ़ी हैं, लेकिन राजस्थान में भाजपा प्रदेश सरकार पर आरोप लगा रही है।

प्याज के भंडारण की व्यवस्था नहीं, बढ़ी कीमतों के लिए कांग्रेस जिम्मेदार: बीजेपी
भाजपा की राष्ट्रीय सचिव अलका गुर्जर ने कहा कि राज्य में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के कुप्रबन्धन तथा गलत नीतियों के कारण महंगाई बढ़ती जा रही है। हालात यह है कि गरीब की थाली में सजने वाला प्याज भी अब आम आदमी से दूर हो रहा है।

सरकार की ओर से समय पर प्याज की खरीद नहीं किए जाने और इसके भंडारण की व्यवस्था नहीं होने के कारण इन दिनों प्याज के दाम 80 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गए हैं जो राज्य की कांग्रेस सरकार के कुप्रबन्धन के कारण हुआ है। अमूमन हर वर्ष मानसून के बाद एक से दो माह के लिए राज्य में प्याज की किल्लत हो जाती है।