जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

दिल्ली में पहले राज्य की स्क्रीनिंग कमेटी की दो दौर की बैठकों और फिर केंद्रीय चुनाव समिति की माथा पच्ची के बाद भी कांग्रेस की पहली सूची अटकी हुई है। इस बैठकों में सबसे पहले प्रयास रहा कि सिंगल पैनल वाली सीटों को ओके कर दिया जाए जो कि स्क्रीनिंग कमेटी में तो आसानी से हो गया और इस गौरव गोगोई की अध्यक्षता में इस कमेटी ने करीब 100 सीटों के नाम तय कर दिए।  यह मोटे तौर पर CM गहलोत के फॉर्मूले पर हुआ जिसमें मौजूदा विधायकों के टिकट नहीं काटे जा रहे थे। जब यह लिस्ट केंद्रीय चुनाव समिति के सामने आई तो आलाकमान ने कुछ नामों पर आपत्ति कर दी। लेकिन साथ ही केंद्रीय चुनाव समिति ने इस चर्चा में कुछ और नाम जोड़ते हुए कुल 144 सीटों पर मंथन किया।अन्दरखाने की खबर यह भी है कि मंगलवार की रात को सचिन पायलट और भंवर जीतेन्द्र सिंह बैठक से उठ कर चले गए थे और यह बुधवार सुबह भी बैठक से गायब रहे बताए।  

हालांकि आपत्ति कुछ ही नामों को लेकर है सो कांग्रेस की पहली लिस्ट 70-80 लोगों की भी होने की संभावना व्यक्त की जा रही है। ज्यादातर दिग्गजों के जैसे गहलोत, डोटासरा, पायलट, प्रताप सिंह खाचरियावास, रमेश मीणा, भंवर सिंह भाटी, आदि पर कोई विवाद नहीं है। इसके अलावा अपनी जीत का सिलसिला कायम रखने वालों के भी नाम इस लिस्ट में हैं। 

इससे पहले कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति ने अपने किए सर्वे और तय मापदंडों के आधार पर भी लगभग 15 सिटिंग MLA के टिकट काटने का फैसला लिया और साथ ही अनुशासनहीनता की श्रेणी में आने वालों को भी टिकट रेस से बाहर माना। इसमें शांति धारीवाल, महेश जोशी और धर्मेंद्र राठौड़ जैसे नाम खास हैं। 

जाहिर है इन नामों पर आपत्ति कोई छोटा मोटा नेता तो उठा नहीं सकता तो सूत्रों के अनुसार यह आपत्ति की खुद राहुल गाँधी ने जो कि अपने हाथ में सुनील कोनूगोलू की ग्राउंड रिपोर्ट लेकर बैठे थे। इस रिपोर्ट में कांग्रेस के सबसे मजबूत उम्मीदवारों के नाम हैं। राहुल गाँधी का कहना था कि सबसे पहले जिला कांग्रेस द्वारा सुझाए गए नाम और फिर प्रदेश चुनाव समिति के नाम देखें जाएं फिर इनका मिलान सर्वे रिपोर्ट से किया जाए। ऐसा करते ही गहलोत, रंधावा, डोटासरा, काज़ी निजामुद्दीन, वीरेंद्र राठौड़ और अमृता धवन की लिस्ट के नामों में कटौती हो गई। फिर चर्चा हुई उन नामों पर जिन्होने पायलट के साथ मानेसर में डेरा डाला था। हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि इन विधायकों पर फाइनल स्टैंड क्या रहा।   

कुल मिलाकर चूँकि CEC में पायलट सदस्य नहीं हैं सो वहां गहलोत का ही पलड़ा भरी रहने की संभावना है। राहुल गाँधी ने एक तुरुप का पत्ता और चला।  उन्होने कहा कि जहाँ भी विवाद है वहां वैकल्पिक एक नाम लाया जाए। इस पैतरे पर राज्य की स्क्रीनिंग कमेटी के पास कोई जवाब नहीं है।  यानि हमेशा की तरह कांग्रेस के नाम अंतिम समय तक आते रहेंगे और लोग फॉर्म भरते रहेंगे। इससे आंतरिक विरोधियों को तैयारी का समय नहीं मिलेगा।  लेकिन समझने की बात यह है कि अंतिम लड़ाई कांग्रेस वर्सेज कांग्रेस नहीं बल्कि कांग्रेस वर्सेज भाजपा है। अगर भाजपा ने अपनी पार्टी के आंतरिक विद्रोह को संभाल लिया और समय से सूचियां जारी कर दी तो असल लड़ाई से पहले ही भाजपा को फायदा हो जाएगा चूँकि उसके उम्मीदवार अकेले ही प्रचार करते दिखेंगे। 

यक्ष प्रश्न है सरकार रिपीट करवाने का सो कांग्रेस नेताओं का मानना है देर से सही लेकिन योद्धा सही उतारे जाएं नहीं तो जनता तो रोटी पलटने को तैयार बैठी ही रहती है।     

पहली लिस्ट में इन बड़े नेताओं को टिकट लगभग तय

विधानसभा                   कैंडिडेट

लक्ष्मणगढ़ (सीकर) गोविंद सिंह डोटासरा

सरदारपुरा        अशोक गहलोत

नाथद्वारा                डॉ. सीपी जोशी

टोंक                        सचिन पायलट

बायतू                हरीश चौधरी

केकड़ी                रघु शर्मा

जहाजपुर                धीरज गुर्जर

सलूंबर                रघुवीर मीणा

इन मंत्रियों के टिकट तय

विधानसभा                कैंडिडेट

अंता                              प्रमोद जैन भाया

बागीदौरा                      महेंद्र जीत सिंह मालवीय

डीग-कुम्हेर              विश्वेन्द्र सिंह

लालसोट                      परसादी लाल मीणा

बांसवाड़ा                      अर्जुन बामणिया

सिविल लाइंस              प्रतापसिंह खाचरियावास

खाजूवाला                      गोविंद मेघवाल

सपोटरा                      रमेश मीणा

झुंझनूं                      बृजेंद्र ओला

मांडल                      रामलाल जाट

बानसूर                      शकुंतला रावत

अलवर ग्रामीण              टीकाराम जूली

कोटपूतली              राजेंद्र यादव

हिंडोली                      अशोक चांदना

कामां                      जाहिदा खान

सिकराय                      ममता भूपेश

दौसा                             मुरारीलाल मीणा

निम्बाहेड़ा                      उदय लाल आंजना

पोकरण                      सालेह मोहम्मद

सांचौर                      सुखराम विश्नोई

इन मौजूदा विधायकों के नामों को भी हरी झंडी मिल सकती है

विधानसभा                कैंडिडेट

डूंगरपुर                       गणेश घोघरा

बाड़मेर                       मेवाराम जैन

पचपदरा                       मदन प्रजापत

आदर्श नगर               रफीक खान

ओसियां                       दिव्या मदेरणा

नावां                               महेंद्र चौधरी

बारां                               पाना चंद मेघवाल

सरदारशहर               अनिल शर्मा

सुजानगढ़                       मनोज मेघवाल

मंडावा                       रीटा चौधरी

नवलगढ़                       राजकुमार शर्मा

फतेहपुर                       हाकम अली

रामगढ़                       सफिया जुबेर खान

बाड़ी                               गिरिराज सिंह मलिंगा

बसेड़ी                       खिलाड़ीलाल बैरवा

राजाखेड़ा                       रोहित बोहरा

निवाई                       प्रशांत बैरवा

डीडवाना                       चेतन डूडी

शेरगढ़                        मीना कंवर

जोधपुर                       मनीषा पंवार

लूणी                               महेंद्र विश्नोई

बिलाड़ा                       हीराराम मेघवाल

वल्लभनगर               प्रीति शक्तावत

बेगूं                               राजेंद्र सिंह बिधूड़ी

प्रतापगढ़                       रामलाल मीणा

भीम                               सुदर्शन सिंह रावत

विराट नगर               इंद्रराज गुर्जर

जायल                       मंजू मेघवाल

दांतारामगढ़               वीरेंद्र सिंह

नोहर                       अमित चाचाण

सवाईमाधोपुर               दानिश अबरार

खेरवाड़ा                       दयाराम परमार

सादुलपुर                       कृष्णा पूनिया

बांदीकुई                       जीआर खटाणा

जमवारामगढ़               गोपाल मीणा

देवली -उनियारा       हरीश मीणा

सादुलशहर               जगदीश चंद्र जांगिड़

करौली                       लाखन सिंह

किशनगंज               निर्मला सहरिया

जैसलमेर                       रूपाराम धनदेव

इन सीटों पर नए चेहरों की सिफारिश

विधायक                         कैंडिडेट

मुंडावर                      ललित यादव

लूणकरणसर              राजेंद्र मूंड

शिव                              फतेह खान

पिलानी                      पितराम काला

खेतड़ी                      पूरणमल सैनी

चौमूं                              हरसहाय यादव

लोहावट                     अभिषेक चौधरी