बीकानेर ब्यूरो रिपोर्ट।  

राज्य सरकार ने खाजूवाला और अनूपगढ़ को एक बार फिर बीकानेर में शामिल कर दिया है। लेकिन, डिनोटिफिकेशन के आदेश में पाकिस्तान से सटे बज्जू को सरकार भूल गई। नतीजा ये है कि बज्जू अब बीकानेर सहित राजस्थान के किसी हिस्से में नजर नहीं आ रहा है जबकि हकीकत में बज्जू बीकानेर का उपखंड मुख्यालय है।

शनिवार को राजस्व विभाग के संयुक्त शासन सचिव बाल मुकुंद असावा की ओर से जारी आदेश में बीकानेर और अनूपगढ़ जिले का डिनोटिफिकेशन किया गया है। इसमें अनूपगढ़ जिले में अब अनूपगढ़, रायसिंहनगर, घड़साना और श्री विजयनगर को शामिल किया गया है। इसमें तहसील के रूप में अनूपगढ़, रायसिंहनगर, घड़साना, श्रीविजयनगर और रावला को शामिल किया गया है।

बीकानेर अब पहले जैसा ही हो गया है। खाजूवाला और छत्तरगढ़ को पहले श्रीगंगानगर में शामिल किया गया था लेकिन अब दोनों बीकानेर में आ गए हैं। सरकार के आदेश में ये चूक हो गई है कि बीकानेर में पाकिस्तान से एकदम सटे बज्जू को उपखंड की लिस्ट में शामिल किया गया है।

बीकानेर जिले में नौ उपखंड है जबकि सूची में आठ ही दिखाये गए हैं। बीकानेर में बीकानेर, खाजूवाला, छत्तरगढ़, नोखा, लूणकरनसर, श्रीकोलायत, श्रीडूंगरगढ़, पूगल को शामिल किया है लेकिन बज्जू का नाम रह गया। बज्जू कभी श्रीकोलायत में था लेकिन अब बज्जू स्वयं स्वतंत्र क्षेत्र है। ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी जिस कोलायत विधानसभा से जीत कर आए हैं, उसी का हिस्सा बज्जू भी है।