जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

रविवार को CM गहलोत नई दिल्ली स्थित जोधपुर हाउस में थे और दिल्ली पहुंचे राजस्थान के कई नेताओं से मुलाकात कर रहे थे। इसी बीच एक फोन के बाद गहलोत ने मुलाकातों का यह सिलसिला ख़त्म कर दिया और अपने कमरे में चले गए।  इसके कुछ ही देर बाद राजस्थान की स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष गौरव गोगोई जोधपुर हाउस पहुंचे और सीधे गहलोत के कमरे में गए।  इसके बाद दोनों नेताओं में लगभग डेढ़ घंटे अकेले में चर्चा हुई। 

उल्लेखनीय है कि राजस्थान की स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक होने के बाद और 17 अक्टूबर को होने वाली अहम मीटिंग से पहले यह मंत्रणा बहुत महत्वपूर्ण मानी जा रही है।  

सूत्रों के अनुसार शनिवार को दिल्ली में हुई स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में कागभाग 60 सीटों पर सहमति के बाद गौरव गोगोई ने एक से अधिक नाम वाली 40 सीटों को लेकर राहुल गाँधी से चर्चा की और उन्हीं का सन्देश लेकर गहलोत के पास पहुंचे थे। गोगोई-गहलोत की इस चर्चा के बाद माना जा रहा है कि कांग्रेस की पहली लिस्ट अब लगभग 65 - 75 लोगों की होगी और इसमें गहलोत और पायलट दोनों को ही संतुष्ट किया गया है। 

असल उबाल दूसरी लिस्ट में आएगा जब पायलट द्वारा मांगी गई सीटों पर पीसीसी चीफ डोटासरा का वीटो चलेगा। अंदरखाने की खबर के अनुसार इस बार पायलट को गहलोत के मुखर विरोध के बजाय डोटासरा के सांगठनिक तर्कों का सामना करना पड़ेगा और अंत में ढाक के तीन पात - चलेगी गहलोत की ही। माना जा रहा है कि गहलोत और डोटासरा मिलकर 120 सीटों पर टिकट दिलवाएंगे यानि बाकि 80 सीटों में पायलट, बचे धुरंधर, गठबंधन की सीटें आदि सभी एडजस्ट होंगे।