भरतपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

भरतपुर की कोतवाली थाना पुलिस ने सोमवार शाम 7 बजे कुलदीप हत्याकांड के आरोपी आदित्य जघीना को देसी कट्‌टे और 2 कारतूस के साथ गिरफ्तार किया। रेलवे स्टेशन के पास आदित्य के होने की सूचना पर पुलिस ने घेराबंदी कर उसे दबोच लिया।

एसपी मृदुल कच्छावा ने बताया- कुलदीप हत्याकांड में अब तक 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। सोमवार शाम कृपाल जघीना के बेटे आदित्य को अवैध हथियार के साथ गिरफ्तार किया। पूछताछ में आदित्य ने बताया कि उसे ये हथियार उसके धर्मगुरु अमित शर्मा उर्फ मोनू (38) ने उपलब्ध कराए हैं। पुलिस ने आदित्य के पास से कुछ नामों की लिस्ट भी बरामद की। आदित्य अपनी गैंग के जरिए इन लोगों को टारगेट करने वाला था। आदित्य की निशानदेही पर अमित शर्मा को भी गिरफ्तार कर लिया गया।

फिलहाल दोनों को आर्म्स एक्ट में गिरफ्तार किया गया है। अमित शर्मा की कुलदीप हत्याकांड में भूमिका की जांच की जाएगी।

कौन है आदित्य का धर्मगुरु
अमित शर्मा मथुरा गेट स्थित आश्रम में रहता है। वह खुद पर माता बगलामुखी का आशीर्वाद बताकर लोगों के इलाज का दावा करता है। रोजाना उसके आश्रम में इलाज कराने के लिए लाइन लगती है। कई लोग अमित शर्मा को अपना धर्मगुरु मानते हैं। आदित्य भी उसे अपना गुरु कहता है। आदित्य के पिता कृपाल जघीना और अमित शर्मा की जान-पहचान थी। पिता ने ही बेटे आदित्य की अमित शर्मा से जान-पहचान कराई थी। सोमवार को आदित्य के पास मिला देसी कट्‌टा अमित ने ही उसे उपलब्ध कराया था। इससे वह किसी वारदात की फिराक में था। अमित के पास हथियार कहां से आया, इसकी पुलिस पड़ताल कर रही है। सामने आया कि संत का चोला पहनने वाला अमित शर्मा बदमाश रह चुका है। उसके खिलाफ मथुरा गेट थाना समेत भरतपुर के कई थानों में मामले दर्ज हैं।

पुलिस ने सोमवार रात आश्रम पर दबिश देकर अमित को गिरफ्तार किया। तलाशी के दौरान अमित के पास अवैध कारतूस मिले, जिसके बारे में वह कोई ठोस जानकारी नहीं दे सका। इसके बाद उसे आर्म्स एक्ट की धाराओं में गिरफ्तार कर लिया गया। कोतवाली थाने में अमित शर्मा के खिलाफ अलग से मामला दर्ज किया गया है।

पहले कृपाल की हत्या, 10 महीने बाद आरोपी कुलदीप का मर्डर
भरतपुर में 4 सितंबर 2022 को आदित्य के पिता भाजपा नेता कृपाल जघीना की मथुरा गेट थाना इलाके में हत्या कर दी गई थी। बदमाशों ने कार पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा कर मर्डर किया। इनमें मुख्य आरोपी कुलदीप था। कृपाल हत्याकांड के सभी आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए थे। पिता की हत्या के 10 महीने बाद आदित्य ने अपनी गैंग से 12 जुलाई 2023 को आमोली टोल प्लाजा पर आरोपी कुलदीप को रोडवेज बस में गोलियों से छलनी करवा दिया था। कुलदीप का साथी विजयपाल टारगेट पर नहीं था, इसलिए बच गया।

एक प्लॉट के लिए खून के प्यासे बने कृपाल-कुलदीप
भरतपुर शहर में काली की बगीची, शीशम रोड पर स्थित एक प्लॉट को लेकर कृपाल और कुलदीप के बीच विवाद चल रहा था। कुलदीप प्लॉट पर निर्माण करा रहा था। कृपाल ने कोर्ट से स्टे ले लिया था। इस पर दोनों में ऐसी ठनी कि वे जानी दुश्मन बन गए। इसी रंजिश में कृपाल की हत्या की गई। मर्डर के आरोपी कुलदीप को 10 महीने बाद पेशी पर ले जाते समय रोडवेज बस में बदमाशों ने गोलियों से भून दिया था। आदित्य ने बताया कि पिता की हत्या का बदला लेने के लिए कुलदीप का मर्डर किया।

एसपी मृदुल कच्छावा ने बताया- फिलहाल कुलदीप को आर्म्स एक्ट की धाराओं में गिरफ्तार किया गया है। जरूरी पूछताछ के बाद कुलदीप हत्याकांड में भी उसकी गिरफ्तारी की जाएगी। अजमेर जेल से सूचना मिली है कि आदित्य की गैंग में भी दो फाड़ हो गए हैं।

गैंग में मनमुटाव और लड़ाई-झगड़े चल रहे हैं। आदित्य अपना दबदबा भरतपुर में कायम रखने के लिए किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में था। कुछ लोगों को उसने चिह्नित किया था। उन लोगों पर यह फायरिंग कर अपना दबदबा बनाना चाहता था। कुलदीप की हत्या के बाद उसके परिजनों ने FIR में आदित्य का नाम लिखवाया था। जांच में आदित्य का कुलदीप हत्याकांड में शामिल होना पाया गया। अब तक वह पुलिस के हाथ नहीं लगा था।