डूंगरपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

दिल्ली-मुंबई नेशनल हाईवे-48 पर ट्रक ने क्रूजर को पीछे से टक्कर मार दी। मौके पर ही क्रूजर सवार 7 लोगों की मौत हो गई। रविवार दोपहर करीब 2.30 बजे ट्रक का ब्रेक फेल होने से यह दर्दनाक हादसा हुआ है। 10 से ज्यादा लोग घायल हैं, जिन्हें हॉस्पिटल भेजा गया है। मामला डूंगरपुर के बिछीवाड़ा इलाके का है।

लोगों की मदद से पुलिस ने शवों को बाहर निकाला

एसपी कुंदन कवरिया ने बताया- बिछीवाड़ा थाना क्षेत्र के रतनपुर बॉर्डर के पास ट्रक का ब्रेक फेल हो गया। आगे चल रही क्रूजर को टक्कर मारते हुए ट्रक निकला। क्रूजर पलट गई। मौके पर ही 7 लोगों की मौत हो गई, जबकि 10 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। एक-एक कर सात लाशें सड़क पर बिखर गईं। रतनपुर पुलिस चौकी समेत बिछीवाड़ा पुलिस मौके पर पहुंची। स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को बाहर निकाला गया। शवों और घायलों को एंबुलेंस के जरिए डूंगरपुर अस्पताल पहुंचाया जा रहा है। दोपहर करीब साढ़े तीन बजे तक डूंगरपुर के जिला अस्पताल में 6 बॉडी पहुंच चुकी थीं। 7 घायलों को भी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कुछ घायलों को गुजरात के साबरकांटा जिले के शामलाजी कस्बे में भर्ती कराया गया है। वहीं, एक डेड बॉडी को भी शामलाजी अस्पताल में भेजा गया है।

हादसे में घायल डूंगरपुर के हीराता निवासी राहुल ने बताया- मैं क्रूजर में आगे बैठा था। गाड़ी तेज रफ्तार चल रही थी। ऊपर-नीचे सवारियां भरी हुई थीं। ट्रक की टक्कर से गाड़ी 2 बार पलटी खा गई। फिर ट्रक गाड़ी के ऊपर चढ़ गया। इसके बाद मैं भी बेहोश हो गया।

3 शवों की पहचान नहीं हो पाई

7 में से चार शवों की पहचान हो पाई है। इनमें क्रूजर सवार धनपाल (24) पुत्र गटूलाल डोडियार निवासी साजनपुरा (डूंगरपुर), हेमंत पुत्र नाथू निवासी लांबा पारडा (डूंगरपुर), मुकेश (32) पुत्र मोहन रोत निवासी महूडी (डूंगरपुर) और राकेश पुत्र शंकरलाल रोत निवासी हीराता (डूंगरपुर) शामिल हैं। एक लड़की के शव की भी पहचान नहीं हो सकी है। उसके हाथ पर RK लिखा हुआ है। इसके अलावा 2 और शव हैं, जिनकी पहचान करने की कोशिश जारी है।

14 की जगह 21 यात्री सवार थे गाड़ी में
एक्सीडेंट में क्रूजर जीप सवार आशा (22) पुत्री जीवा कोटेड, पंकज पुत्र खेमा जी परमार निवासी चुंडावाड़ा, राहुल (20) पुत्र काना कटारा निवासी हिराता, जीवा पुत्र जसू निवासी महुडी, राजू पुत्र धुला निवासी हिराता, शंकर (40) पुत्र लालजी निवासी हिराता और सुभाष पुत्र भरत कटारा निवासी सागवाड़ा घायल हो गए। सभी डूंगरपुर जिले के रहने वाले हैं। 2 घायलों को गुजरात के शामलाजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। क्रूजर की क्षमता 14 सवारियों की थी, लेकिन अंदर और छत पर कुल 21 यात्री सवार थे।

गुजरात मजदूरी करने जा रहे थे
डूंगरपुर जिले के अलग-अलग इलाकों से लोग गुजरात मजदूरी करने जा रहे थे। यही लोग घायल और मृतकों में शामिल हैं। सागवाड़ा से डूंगरपुर शहर होकर क्रूजर गुजरात जा रही थी। सागवाड़ा, हिराता, डूंगरपुर शहर, थाणा और बिछीवाड़ा में ये सवारियां जीप में बैठी थी। बिछीवाड़ा से 12 किमी आगे जाते ही हादसा हो गया।

हाथ-पैर कटे, धड़ से अलग हुआ शरीर
एक्सीडेंट इतना भयंकर था कि 4 मृतकों के शव पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। उनके चेहरे बुरी तरह कुचल गए हैं। इसलिए पहचान करना मुश्किल हो रहा है। कई लोगों के हाथ-पैर कट गए हैं। कई के धड़ शरीर से अलग हो गए हैं।

डॉक्टरों की टीम अलर्ट
एक्सीडेंट की सूचना के बाद एक मैसेज डूंगरपुर मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल को भी अलर्ट रहने के लिए किया गया। इस पर मेडिकल कॉलेज अस्पताल अधीक्षक डॉ. महेंद्र डामोर के नेतृत्व में 10 से ज्यादा डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ की टीम पहले से तैनात हो गई। एक के बाद एक 6 एंबुलेंस के जरिए शव और घायलों को अस्पताल लाया गया। डॉक्टरों ने घायलों को देखकर इलाज शुरू कर दिया।

कलेक्टर-एसपी पहुंचे
घटना की सूचना पर कलेक्टर लक्ष्मीनारायण मंत्री और एसपी कुंदन कवरिया सबसे पहले रतनपुर बॉर्डर पर घटनास्थल पर पहुंचे। दोनों ही अधिकारियों ने बिछीवाड़ा थानाधिकारी से घटना की जानकारी ली। इसके बाद दोनों डूंगरपुर जिला अस्पताल पहुंचे। डॉ. महेंद्र डामोर को उनके इलाज में किसी भी तरह की कोई कमी नहीं रखने के निर्देश दिए।