चुनावी डेस्क/जोधपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
कांग्रेस और भाजपा दोनों ही जानते और मानते हैं कि प्रदेश में सरदारपुरा और झालरापाटन दो ऐसी सीटें हैं जहां रक्तविहीन युद्ध होता है। इन सीटों पर क्रमशः अशोक गहलोत और वसुंधरा राजे जीतते हैं लेकिन सामने हारने वाला अपनी पार्टी में और प्रादेशिक राजनीति में 'नोबॉडी से समबॉडी' बनने की राह पर निकल पड़ता है।
कांग्रेस तो जीती जा सकने वाली सीटों पर ही अभी टिकट तय करने में भाजपा से पीछे ही चल रही है तो झालरापाटन की औपचारिकता देर-सावेर निभा ही लेगी लेकिन मोदी-शाह की भाजपा में गहलोत को इंच - दो इंच घेरने की कोशिश आखिर तक की जाएगी। पहले बात आई कि जोधपुर के ही गजेंद्र शेखावत को गहलोत के सामने लड़वाया जाए लेकिन शेखावत ने अपनी वफादारी का हवाला देते हुए हाई कमांड बंधुओं से आत्महत्या के इस तरीके में होने वाली असहनीय पीड़ा को सामने रख अपनी मूंछ बचाई।
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फिर किसीने सरदारपुरा में गहलोत वर्सेज राजे का असंभव किस्सा रच दिया। बातें हुई पर बातें थी सो बातों का क्या। हाँ यह बात और है कि अगर मोदी-शाह राजे को राजस्थान का फेस घोषित कर देते तो राजे सरदारपुरा में ताल ठोकने से पीछे नहीं हटतीं।
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बहरहाल अब हालात ये हैं कि 26 साल का एक नौजवान सरदारपुरा में मारवाड़ के गाँधी के सामने उतर कर अपना राजनीतिक कॅरियर परवान चढ़ाएगा। मारवाड़ की राजनीति में रविंद्र सिंह भाटी की वैसे भी अलग पहचान बन चुकी है। वे जोधपुर विश्वविद्यालय के छात्र संघ अध्यक्ष रह चुके हैं। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी जॉइन कर ली है। ये बात और है कि भाटी खुद शिव से अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं, लेकिन भाजपा उन्हें जोधपुर के सरदारपुरा से अशोक गहलोत के सामने भी उम्मीदवार बना सकती है। अगर हकीकत में ऐसा हुआ तो यह देखना काफी रोचक होगा कि मुख्यमंत्री के सामने एक 26 साल का नौजवान किस तरह चुनाव लड़ता है और मोदी-शाह की भाजपा उसे कैसे लड़वाती है। यह नहीं भूलना चाहिए कि राजस्थान में इस बार गहलोत बनाम मोदी की लड़ाई बनाई जा रही है तो थ्री डी तकनीक के उपयोग में सिद्धहस्त मोदी गहलोत को सरदारपुरा के 'डी' में ही सीमित रखने का हर जुगाड़ करेंगे। सवाल यह है कि क्या जोधपुर की जनता पहली बार घोषित लड़ाई में अपने लाडले गहलोत को मोदी के सामने बौना साबित होने देगी ? शायद कभी नहीं। और अगर गलती से ऐसा हुआ तो 3 दिसंबर को AC बसों में किलों में बाड़ाबंदी को जाने वाली कांग्रेस एक ई रिक्शा में विधानसभा जाएगी।
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