दौसा ब्यूरो रिपोर्ट। 

जयपुर से भरतपुर जाते वक्त टोंक-सवाई माधोपुर सांसद सुखबीर सिंह जौनपुरिया दौसा जिले के सिकंदरा टोल प्लाजा पर रुके। गुर्जर समाज के लोगों ने उनका स्वागत किया।

इस दौरान मीडिया से बात करते हुए जौनपुरिया आने कहा- प्रदेश की करीब 50 सीटें ऐसी हैं जहां गुर्जर समाज के वोटर्स की संख्या 35 हजार से ज्यादा है। उन सभी सीटों को भी भाजपा की झोली में डालेंगे। वहीं प्रदेश की 18 सीटों पर गुर्जर समाज को प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए।

उन्होंने कहा- मैंने आज समाज के लोगों की बात सुनी है। पार्टी प्रदेश उपाध्यक्ष होने के नाते पहले भी बात रखी है कि जहां-जहां गुर्जर समाज बाहुल्य है, वहां हमें प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए।

इसके साथ ही कई लोकसभा सीट ऐसी भी हैं जहां गुर्जर समाज के सर्वाधिक वोट होने के बावजूद चुनाव में मौका नहीं मिलता।

जौनपुरिया ने कहा- जयपुर ग्रामीण समेत कई क्षेत्रों में समाज की वोटर बाहुल्य सीटों पर विधानसभा चुनाव में गुर्जर समाज को अवसर दिया जाना चाहिए। इस संबंध में हमने पार्टी नेतृत्व के सामने बात रखी है और मुझे विश्वास है कि पार्टी हमारी बात पर गौर करते हुए समाज को प्रतिनिधित्व देगी।

भाजपा दे पर्याप्त प्रतिनिधित्व

इस दौरान गुर्जर समाज के नेता मानसिंह बुर्जा ने कहा कि भाजपा को राजस्थान में गुर्जर समाज को 20-22 टिकट देने चाहिए। क्योंकि जहां हमारे समाज के वोटर की संख्या 25 हजार है वहां 5 हजार वोट वाले विधायक बन रहे हैं। वहीं दौसा जिला पूर्वी राजस्थान का केंद्र है, यहां भाजपा को एक टिकट गुर्जर समाज के प्रतिनिधि को देना चाहिए।

जल्द बड़ा निर्णय लेगा समाज

वहीं देव सेना के जिलाध्यक्ष एडवोकेट जलसिंह कसाना ने कहा कि कांग्रेस-भाजपा दोनों ही पार्टियों को गुर्जर समाज को प्रतिनिधित्व देना चाहिए। इसकी मांग को लेकर समाज के सभी संगठन आगामी दिनों में एक जाजम पर बैठकर बड़ा निर्णय करेंगे। यदि गुर्जर समाज की मांगों को नजरअंदाज किया तो दोनों ही पार्टियों को खामियाजा भुगतना पड़ेगा।

इस दौरान राजस्थान गुर्जर महासभा के प्रदेश अध्यक्ष मनफूल सिंह तूंगड़, देवसेना के राष्ट्रीय महासचिव मानसिंह बुर्जा, देवसेना की जिलाध्यक्ष एडवोकेट जल सिंह कसाना, गुर्जर महासभा के पूर्व जिला अध्यक्ष रामचंद्र खूंटला, सरपंच श्रवण सिंह सूबेदार, एडवोकेट देवराज गुर्जर समेत कई लोग मौजूद रहे।