अजमेर ब्यूरो रिपोर्ट। 

राजस्थान लोक सेवा आयोग ( RPSC ) द्वारा 1 अक्टूबर को ली जाने वाली आरएएस प्रारंभिक परीक्षा 2023 में नकल की रोकथाम और पेपर लीक जैसी घटनाओं पर लगाम कसने के लिए विभिन्न उपाय किए जा रहे हैं। परीक्षा केंद्रों में पेपर शुरू होने से पहले अभ्यर्थियों की कक्षा कक्ष में वीडियोग्राफी होगी। संदिग्ध और डीबार अभ्यर्थी एसओजी और पुलिस के राडार पर रहेंगे।

परीक्षा तैयारियों को लेकर प्रदेश के 46 जिलों के जिला प्रशासन व पुलिस अफसरों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की गई। आयोग अध्यक्ष संजय कुमार श्रोत्रिय व सचिव राम निवास मेहता सहित अन्य अफसर मौजूद रहे। आयोग सचिव के मुताबिक परीक्षा सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक होगी। परीक्षा केंद्र में अभ्यर्थियों को सुबह 10 बजे तक ही प्रवेश दिया जाएगा। 10.55 बजे तक परीक्षा कक्ष में बैठे अभ्यर्थियों की वीडियोग्राफी होगी, ताकि मुन्ना भाई का भी पता लग सके। इस बार परीक्षा केंद्रों पर पेपर भी परीक्षा शुरू होने से आधा घंटा पहले ही पहुंचाए जाएंगे। पेपर की भी वीडियोग्राफी होगी।

पहली बार लागू होगा नकल विरोधी कानून .... आजीवन कारावास व 10 करोड़ तक जुर्माना

राजस्थान लोक सेवा आयोग की किसी परीक्षा में राज्य सरकार द्वारा नकल व पेपर लीक प्रकरणों की रोकथाम के लिए लागू किया गया नकल विरोधी कानून इस परीक्षा से पहली बार लागू हो रहा है। इस कानून के तहत आजीवन कारावास, प्रोपर्टी अटैचमेंट और 10 करोड़ रुपए तक के जुर्माने का प्रावधान है।

सलाह: 5वें विकल्प का प्रचार करे जिला प्रशासन

जिला प्रशासन के अफसरों से भी कहा गया है कि आरएएस प्रारंभिक परीक्षा के पेपर में पहली बार ओएमआर शीट में 5वां उत्तर विकल्प दिया गया है। इसका प्रचार अधिक किया जाएकारण, यदि 150 में से अभ्यर्थी ने 15 प्रश्न नहीं किए और उसने पांचवां विकल्प भी नहीं भरा तो उसकी ओएमआर शीट ही नहीं जंच पाएगी।

फैक्ट फाइल

  • 2158 केंद्रों पर होगी परीक्षा
  • 46 जिलों में 2158 केंद्रों पर परीक्षा होगी
  • 6.97 लाख अभ्यर्थी परीक्षा देंगे।