राजस्थान के सरकारी स्कूलों में अब ऑनलाइन अटेंडेंस होगी। इसमें पहले टीचर को अपनी उपस्थिति दर्ज करानी होगी और बाद में क्लास में उपस्थित स्टूडेंट्स की। इससे हर रोज विभाग के पास ये जानकारी रहेगी कि आज राज्यभर में कितने स्टूडेंट्स स्कूल में हैं और उन्हें पढ़ाने के लिए कितने टीचर्स पहुंचे हैं। दरअसल, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 5 सितम्बर को शाला दर्पण शिक्षक एप लॉन्च की थी, जो 2 अक्टूबर को गांधी-शास्त्री जयंती से शुरू हो जाएगी।
निदेशालय रख सकेगा हाजिरी पर नजर
माध्यमिक शिक्षा निदेशक कानाराम ने इस एप के संबंध में गुरुवार को निर्देश जारी किए हैं। सरकारी स्कूल के प्रत्येक टीचर को अपने मोबाइल में ये एप डाउनलोड करनी होगी। सभी टीचर्स को स्कूल पहुंचते ही इस एप के माध्यम से उपस्थिति देनी होगी। इसके बाद क्लास टीचर को अपने क्लास के सभी स्टूडेंट्स की अटेंडेंस भी ऑनलाइन देनी होगी। ये डाटा विभाग की एप में सिंक हो जाएगा। ऐसे में निदेशालय ये पता कर सकेगा कि उनके सरकारी स्कूलों में आज कितने स्टूडेंट्स उपस्थित हैं और कितने अनुपस्थित हैं। प्रिंसिपल व हेड मास्टर को इस उपस्थिति को हर रोज अप्रूव करना पड़ेगा।
सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में सख्ती
माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि सभी सरकारी सेकेंडरी व सीनियर सेकेंडरी स्कूल में हर हाल में ये एप डाउनलोड करवा दें। ताकि 2 अक्टूबर से उनकी उपस्थिति इसी माध्यम से दर्ज हो। ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज नहीं कराने वाले टीचर्स के खिलाफ विभाग अनुशासनात्मक कार्रवाई भी करेगा। इस संबंध में शुक्रवार को एक ऑनलाइन ट्रेनिंग भी रखी गई है।
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