झुंझुनू ब्यरो रिपोर्ट। 

राजस्थान सरकार के पूर्व मंत्री व उदयपुरवाटी विधायक राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने विवादित बयान दिया। कहा अपनी जाति का वोट पाना तो नपुंसकता है, मर्दानगी तो दूसरी जाति का वोट हासिल करना है।

गुढ़ा अपने बेटे शिवम के जन्मदिन के लिए उदयपुरवाटी के लोगों को न्योता देने आए थे। शिवम का जन्मदिन 9 सितंबर को है। इस दौरान उदयपुरवाटी बस स्टैंड पर हुई एक सभा में उन्होंने कहा- मैं अपने आप को रोक नहीं सकता, मेरे बस की बात नहीं है। जिसके साथ भी बदमाशी होगी, गुढ़ा वहां जाकर खड़ा हो जाएगा।

गुढ़ा ने कहा कि एंटी इंकबैंसी में भी उन्होंने सीट निकाली। सभी समाज के लोगों ने उन्हें वोट किया। छत्तीस कौम का वोट लेना बड़ी बात है, अपने विरोधी का वोट लेना बड़ी बात है, खुद की जाति के अलावा दूसरी जाति के वोट लेकर दिखाएं, वह मर्दानगी होती है। अपनी जाति के वोट लेना तो नपुंसकता है।

कमजोर की मदद करना स्वभाव

गुढ़ा ने कहा- काम करना मेरा स्वभाव है। कमजोर की मदद करना मेरा स्वभाव है। जब गहलोत साहब संकट में थे, तब उनकी मदद की। जब मुझे लगा कि सचिन पायलट कमजोर हैं तो उनकी मदद की। मैं ऐसा करने से खुद को रोक नहीं सकता। यही मेरा नेचर है। जिसके साथ बदमाशी होगी मैं उसके साथ खड़ा हो जाऊंगा।

जीमना और जिमाना मेरा स्वभाव है। मैं यह काम 20-30 साल से करता आ रहा हूं। मेरे परिवार में कोई भी कार्यक्रम होता है तो मैं सभी लोगों को बुलाता हूं। हर प्रोग्राम में लाख-पचार हजार आदमी तो आ जाते हैं। चुनाव में लोग होड़ करते हैं, मैं तो कोई मर जाता है तो बैठने जाता हूं, तुम भी जाओ।

दिसंबर के दूसरे सप्ताह में कोई नहीं आएगा

उन्होंने नेताओं के चुनावी दौरों को लेकर तंज कसते हुए कहा- मैं दावे से कहता हूं दो महीने बाद आपका हाल जानने कोई नहीं आएगा। दिसंबर के दूसरे सप्ताह में कोई आ जाए तो मेरा नाम बदल देना। लोगों के काम करना मेरी आदत है, कोई मुझ पर एक पैसे का चार्ज नहीं लगा सकता।

लाल डायरी को लेकर उन्होंने कहा- आउट राइट जाने में मुझे मजा आता है। सीएम साहब के पास 100 एमएलए बैठे थे, लेकिन उन्होंने लाल डायरी लाने के लिए राजेंद्र गुढ़ा को भेजा। वहां जाकर 4 आईआरएस के अधिकारी बैठे थे, कोई सोच नहीं सकता, लेकिन मेरा स्वभाव है आउट राइट जाना।

विधानसभा में गुढ़ा का नहीं, 36 कौम का अपमान

विधानसभा में लाल डायरी को लेकर हुए घटनाक्रम पर गुढ़ा ने कहा- विधान सभा में मेरा अपमान होता तो मैं उसको भूल जाता, व्यक्तिगत अपमान छोटी बात है। मैं राजस्थान की विधानसभा में 36 कौम का चेहरा था। यह अपमान उदयपुरवाटी की 36 कौम का अपमान था। वह सेकंड लास्ट दिन था, क्या फर्क पड़ रहा था। मेरी पूरी उदयपुरवाटी की आवाम का अपमान हुआ इसलिए… (कहते-कहते वे भावुक हो गए)।

इस मौके पर पार्षद राजेंद्र मारवाल, दशरथ सिंह शेखावत, मनोहर सिंह शेखावत, महेश शाह, राहुल चेजारा, जितेंद्र शाह, गौतम मारवाल, ओमप्रकाश राठी, खेमचंद राठी, नरेश अग्रवाल, राजेंद्र कुमार आदि मौजूद थे।

पिछले साल सीएम थे मौजूद

पिछले साल सीएम गहलोत खुद गुढ़ा के बेटे शिवम को जन्मदिन की शुभकामनाएं देने गुढ़ा गांव स्थित पूर्व मंत्री के फार्म हाउस पहुंचे थे। साथ में तीन विधायक भी थे। इस अवसर पर सीएम ने कहा था कि आज मैं सीएम के तौर पर खड़ा हूं तो इसके पीछे राजेंद्र गुढ़ा का योगदान है। वे उनके साथी बसपा छोड़ कांग्रेस में आए और संकट के समय सरकार के साथ खड़े रहे।

हालांकि सीएम के जाने के बाद फार्म हाउस पर विदेशी युवतियों समेत स्थानीय डांसर्स ने अश्लील डांस किया था। युवकों के शोर-शराबे को राजेंद्र गुढ़ा कंट्रोल करते नजर आए थे। शिवम के जन्मदिन पर इस डांस कार्यक्रम के कारण गुढ़ा को काफी आलोचना भी सहनी पड़ी थी।