जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा में आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद हुए चूरू के जवान योगेश जाट (28) का सोमवार शाम 6 बजे पैतृक गांव लंबोर बड़ी में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। शहीद के 4 साल के बेटे हार्दिक ने मुखाग्नि दी। इससे पहले हार्दिक ने पिता को आखिरी सैल्यूट किया। यह देख वहां मौजूद लोगों की आंखें नम हो गईं। वहीं, घर पर शहीद के अंतिम दर्शन के दौरान वीरांगना सुदेश बेसुध हो गईं।
इससे पहले, देशभक्ति तरानों के बीच सेना के ट्रक में योगेश की पार्थिव देह 10 किलोमीटर लंबी तिरंगा यात्रा के रूप में सादुलपुर शहीद स्मारक से लंबोर बड़ी गांव पहुंची। बड़ी संख्या में लोग बाइक पर तिरंगा लगाकर 'शहीद योगेश जिंदाबाद' के नारे लगाते हुए चल रहे थे। रास्ते में स्कूल के बच्चों और ग्रामीणों ने पुष्प वर्षा कर शहीद को श्रद्धांजलि दी।
शहीद की पार्थिव देह को घर पर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था। जब वीरांगना शहीद की पार्थिव देह के करीब पहुंची तो बेसुध हो गई। सादुलपुर विधायक कृष्णा पूनिया सहित अन्य महिलाओं ने उनको संभाला। विधायक कृष्णा पूनिया सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित की। जवानों ने शहीद योगेश जाट को सलामी दी।
बता दें कि बांदीपोरा में शनिवार रात 12:15 बजे 14 आरआर और गढ़वाल राइफल्स का जॉइंट सर्च ऑपरेशन चल रहा था। इस दौरान आतंकियों ने फायरिंग कर दी। इसमें योगेश जाट शहीद हो गए।
शहीद की पार्थिव देह को आज दोपहर 3:30 बजे जम्मू से सादुलपुर शहीद स्मारक लाया गया था।
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