श्रीगंगानगर - राकेश शर्मा 
विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत जिला चिकित्सालय श्री गंगानगर में  कार्यशाला और जागरूकता रैली का आयोजन का आयोजन प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ के एस कामरा और राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के जिला नोडल अधिकारी डॉ प्रेम प्रकाश अग्रवाल की सँयुक्त अध्यक्षता में किया गया ।मौके पर उपस्थित चिकित्सक नर्सेज़ नर्सिंग प्रशिक्षणर्थियों और आम जन को संबोधित करते हुए डॉ कामरा ने कहा कि बर्तमान में देश में आत्महत्याओं की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है जो कि निराशाजनक है। मानव जीवन ईश्वर का अनमोल  उपहार है इसके महत्व को समझना जरूरी है।   नोडल अधिकारी डॉ अग्रवाल ने कहा कि बर्तमान में विश्व मे एक वर्ष में आठ लाख और भारत मे वर्ष में एक लाख पचास हजार आत्म हत्याएं हो रही है जिसका औषत विश्व मे चालीस सैकिंड में एक और भारत में तीन मिनिट में एक है । जो कि चिंताजनक है । इसकी रोकथाम के लिए  चिकित्सा एवम स्वास्थ्य विभाग द्वारा राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत आमजन को जागरूक करने के लिए बिभिन्न कार्यकर्मो का आयोजन किया जा रहा है । कार्यशाला को डॉ ब्रजेश महावर बिभागाध्यक्ष मनोरोग बिभाग, डॉ  अशोक अरोड़ा ,बरिष्ठ मनोरोग विशेषज्ञ ने उपस्थित को संबोधित करते हुए कहा कि कोई भी समस्या स्थायी नहीं होती हम उसके बारे में अपने परिजन दोस्त सहकर्मी को बताकर समाधान निकाला जा सकता है अपना कोई परिचित अतमहात्त्या के बारे में बात करे तो उसको गंभीरता  से लेना चाहिए और उसे मनो चिकित्सक को दिखाना चाहिए। इसके पश्च्यात जिला चिकित्सालय से आत्महत्या पाप है , हम सब ने ये ठाना है आत्महत्या को मिटाना है , मानव जीवन क्या है ईश्वर का उपहार है के नारे लगाते हुए जागरूकता रैली निकाली गई। रैली में उपनियंत्रक डॉ मनीष छाबड़ा, नर्सिंग अधीक्षक  सत्यपाल लकेशर, सुरेंदर गोदारा राजकीय स्कूल ऑफ नर्सिंग के प्रधानचार्य राजेन्द्र कृष्ण, श्याम गोस्वामी,नर्सिंग ऑफिसर रविंद्रशर्मा सहित चिकित्सक नर्सेज़ नर्सिंग ट्यूटर और नर्सिंग प्रशिक्षणर्थियों ने भाग लिया।