जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल को महाभ्रष्ट बताने वाले अपने बयान पर बीजेपी के वरिष्ठ विधायक कैलाश मेघवाल आज भी कायम है। उन्होंने प्रदेश अनुशासन समिति की ओर से भेजे गए नोटिस का जवाब भी नहीं दिया है। उन्होंने कहा है कि वे नोटिस का जवाब तैयार करवा रहे हैं। करीब 40 पेज के जवाब को मीडिया के सामने भी रखेंगे। उन्होंने कहा, मैं आज भी अपने बयान पर कायम हूं। जो आरोप मैंने लगाए हैं वो सही हैं।
दरअसल कैलाश मेघवाल को बीजेपी अनुशासन समिति ने 29 अगस्त को नोटिस जारी करके 10 दिन में जवाब मांगा था जो आज समाप्त हो गया। कैलाश मेघवाल का कहना है कि उन्हें नोटिस 3 सितम्बर को मिला है। ऐसे में जवाब देने की मियाद 13 सितम्बर तक है।
तीन से चार दिन करेंगे इंतज़ार
बीजेपी की प्रदेश अनुशासन समिति का कहना है कि हम कैलाश मेघवाल के जवाब का तीन से चार दिन इंतज़ार करेंगे। अगर वे जवाब देते हैं तो उसे प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी के सामने रखा जाएगा। अध्यक्ष व प्रदेश नेतृत्व जवाब का अध्यन करने के बाद उस पर कोई निर्णय़ लेंगे। अगर पार्टी जवाब से संतुष्ट नहीं होती है तो कैलाश मेघवाल पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
मेघवाल ने केन्द्रीय मंत्री को बताया था भ्रष्टाचारी नम्बर-1
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष व शाहपुरा (भीलवाड़ा) विधायक कैलाश मेघवाल ने अपनी ही पार्टी के नेता (केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल) को भ्रष्ट बता दिया था। उन्होंने कहा था कि अर्जुन राम मेघवाल भ्रष्टाचारी नम्बर एक हैं। मैं PM मोदी को लिखूंगा, इसे मंत्रिमंडल से बाहर करो। इतना ही नहीं, मेघवाल ने सीएम अशोक गहलोत को बेहतर मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी को बेहतर सांसद बताया था।
मेघवाल के इस बयान के पीछे इस बार शाहपुरा से टिकट कटने की संभावना को कारण बताया जा रहा है। इस बयान के बाद भीलवाड़ा भाजपा में खलबली मच गई है। सोमवार को शाहपुर के कोठिया गांव में मंसूरी समाज के एक कार्यक्रम में विधायक कैलाश मेघवाल ने बतौर मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। इसी दौरान उन्होंने अपनी ही पार्टी के नेता पर सवाल खड़े किए थे।
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