हनुमानगढ - विश्वास कुमार 
भारतीय संस्कृति एंव देश भक्ति से ओतप्रोत भारत विकास परिषद,नगर इकाई हनुमानगढ़,राजस्थान उत्तर प्रांत द्वारा आयोजित राष्ट्रीय समूह गान प्रतियोगिता -2023 का आयोजन करवाया गया है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जेल अधीक्षक नरेन्द्र स्वामी, विशिष्ट अतिथि भारत विकास परिषद के प्रांत प्रतिनिधि विनोद आढ़ा, संजय जिन्दल व एस के डी विश्वविद्यालय के चेयरपर्सन दिनेश जुनेजा ,उप कुलपति वैभव श्रीवास्तव, वार्ड पार्षद मंजू रिणवा थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता अध्यक्ष राजेन्द्र स्वामी ने की। कार्यक्रम की शुरूवात अतिथियों द्वारा मां भारती के समक्ष द्वीप प्रज्जवलित कर की। प्रतियोगिता तीन भागों में हुई जिसमें सबसे पहले राष्ट्र समूह गान, द्वितीय भाग में संस्कृत समूह गान व तृतीय भाग में लोकगीत प्रस्तुतियां हुई। सभी प्रतिभागियों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति देकर अतिथियों की खुब तालियां बटौरी। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अतिथियों ने कहा कि भारत की संस्कृति को जिन्दा रखने व युवा पीढ़ी को इससे अवगत करवाने के उद्देश्य से भारत विकास परिषद द्वारा अनेकों कार्यक्रम किये जा रहे है, जिसकी श्रृंखला में राष्ट्रीय समूहगान प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। आयोजन समिति के संयोजक भारतेन्दू सैनी व सहसंयोजक रामनिवास मांडण ने बताया कि उक्त प्रतियोगिता में कुल पांच टीमों ने भाग लिया। उक्त प्रतियोगिता के निर्णायक मण्डल में सूरतगढ़ से मदन सुलेरा व शहनाज खान थी। उक्त प्रतियोगिता में राष्ट्रीय समूहगान में एसआरएम स्कूल विजेता, हनुमानगढ़ इंटरनेशनल स्कूल द्वितीय व संस्कार स्कूल तृतीय रहा। इसी तरह लोकगीत में उत्तम पब्लिक स्कूल प्रथम, वी एम स्कूल द्वितीय व संस्कार इंटरनेशनल स्कूल तृतीय रहा।उक्त प्रतियोगिता में विजेता टीम 8 अक्टूबर को लाडनू में आयोजित प्रांतीय प्रतियोगिता में हनुमानगढ़ का प्रतिनिधत्व करेगी।विजेता रहे SRM इंटरनेशनल स्कूल की तरफ से अनुष्का अरोरा,आलिया,दिव्या, प्रत्युषा,दक्षयानी,हितैषी अरोरा,यामिनी,धानी ने शानदार प्रस्तुतियां दी,जिसके चलते SRM इंटरनेशनल स्कूल विजेता रहा।उक्त आयोजन को सफल बनाने में सचिव दीपक कटारिया, अनिल कौशिक, प्रांतीय संगठन मंत्री ओम सिंह बिजारणियां,अशोक सुथार, कोषाध्यक्ष चेतन जिन्दल,मोहित बलाडिया,मनोज सुथार ,पदम सिंह राठौड़, डॉ तीर्थराज शर्मा , हनुमानगढ़ इन्टरनैशनल स्कूल की प्राचार्य रेखा तनेजा, सैनफोर्ट स्कूल की प्रिंसीपल ईना सैनी, सहित अन्य परिषद के सदस्यों का सहयोग रहा।