जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

बीजेपी ने 30 से 35 फीसदी मौजूदा विधायकों के टिकट काटने की तैयारी कर ली है। पार्टी 10 हजार से अधिक वोटाें से जीतने वालों को टिकट में प्राथमिकता पर रखने का निर्णय लेकर छंटनी करेगी। हालांकि कुछ को रियायत रहेगी। महिला विधायकों के लिए अलग दृष्टिकोण रखा जा रहा है। जयपुर के टिकटों को लेकर अलग से फैसला रहेगा। मौजूदा विधायक से लेकर हारी सीटों तक मंथन चल रहा है।

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृहमंत्री अमित शाह बुधवार को एक दिन के प्रवास पर जयपुर आ रहे हैं। पार्टी सूत्रों के अनुसार दोनों नेता प्रवास के दौरान विभिन्न बैठकों में भाग लेंगे। दोनों चुनाव से संबंधित विषयों पर प्रदेश पदाधिकारियों से चर्चा करेंगे। दिनभर मैराथन बैठकें होंगी। दोनों बड़े नेता विधानसभा चुनाव का रोडमैप और चुनावी फॉर्मूला देकर जाएंगे। इसके बाद पार्टी उसी लाइन पर वर्किंग करेगी।

गठबंधन का विकल्प खुला

गठबंधन को एक अंक में सीटें: पार्टी सूत्रों के अनुसार भाजपा ने गठबंधन का विकल्प खुला रखा है। हालांकि इसके तहत शिवसेना और जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) को सिंगल डीजिट यानी 2-4 सीटें ही देगी। इससे गहलोत सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल शिवसेना में शामिल हुए राजेंद्र गुढ़ा जैसे नेताओं को फायदा मिलेगा।

भाजपा तीनों केंद्रीय मंत्रियों गजेंद्रसिंह शेखावत, अर्जुनराम मेघवाल व कैलाश चौधरी में किसी एक या दो को उतार सकती है। भागीरथ चौधरी, डॉ. किरोड़ीलाल मीणा, सुखबीर सिंह जैसे सांसदों को भी सी या डी केटेगरी में टिकट संभव है।

कुल 67 नामों पर सहमति बनी, सूची कभी भी...

67 नामों पर सहमति बन गई है। घोषणा भी जल्द हो सकती है। उधर, डी कैटेगरी के अलावा ए केटेगरी पर भी सहमति बनी है। ए कैटेगरी में बूंदी, कोटा दक्षिण, लाडपुरा, रामगंजमंडी, झालरापाटन, खानपुर, आसींद, भीलवाड़ा, उदयपुर, राजसमंद, बीकानेर पूर्व, रतनगढ़, फुलेरा, विद्याधर नगर, मालवीय नगर, अलवर शहर, अजमेर उत्तर, अजमेर दक्षिण, ब्यावर, नागौर, सोजत, पाली, बाली, सूरसागर, सांगानेर, कोटा दक्षिण, सिवाना, भीनमाल सीटें शामिल हैं। इनके अलावा मंजीत धर्मपाल, वासुदेव देवनानी, बलवीर लूथरा, सुमित गोदारा, विठ्ठल शंकर अवस्थी, मोहनराम चौधरी व रामप्रताप कासनिया के नाम भी लगभग फाइनल हैं।

1. वसुंधरा राजे, झालरापाटन।

2. राजेंद्र राठौड़, चूरू।

3. सतीश पूनियां, आमेर।

4. अनीता भदेल, अजमेर साउथ।

5. सुरेश रावत, पुष्कर।

6. बिहारी लाल विश्नोई, नोखा।

7. छगन सिंह, आहोर।

8. जोगेश्वर गर्ग, जालोर।

9. पूराराम चौधरी, भीनमाल।

10. हेमाराम गरासिया, पिंडवाड़ा।

11. धर्मनारायण जोशी, मावली।

12. अमृतलाल, सलंूबर।

13. कैलाशचंद मीणा, गढ़ी।

14. चंद्रभान आक्या, चित्तौड़गढ़।

15. सुरेंद्र सिंह राठौड़, कुंभलगढ़।

16. दीप्ति महेश्वरी, राजसमंद।

17. कालूराम, डग।

18. गोविंद प्रसाद, मनोहरथाना।

19. मदन दिलावर, रामगंज मंडी।

20. कल्पना देवी, लाडपुरा।

21. चंद्रकांता, केशवरायपाटन।

22. गोपीचंद मीणा, जहाजपुर।

23. फूलसिंह मीणा, उदयपुर ग्रामीण।

24. जोराराम कुमावत, सुमेरपुर।

25. ज्ञानचंद पारख, पाली।

26. पुष्पेंद्र सिंह, बाली।

27. शोभा चौहान, सोजत।

28. अनिवाश, जैतारण।

29. रामस्वरूप लांबा, नसीराबाद।

30. कन्हैयालाल, मालपुरा।

31. संजय शर्मा, अलवर।

32. सिद्धिकुमारी, बीकानेर पूर्व।

33. संतोष, अनूपगढ़।

बीजेपी का फॉर्मूला 10 हजार से ज्यादा वोट से जीतने वालों को प्राथमिकता, 30% विधायकों के टिकट कटेंगे