बीकानेर ब्यूरो रिपोर्ट।
राजस्थान में विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लगने से पहले शिक्षा विभाग ने स्कूल्स को अपग्रेड करने और नए खोलने का सिलसिला तेज कर दिया है। राज्य के 156 प्राइमरी स्कूल्स को अब अपर प्राइमरी स्कूल्स में तब्दील कर दिया है, जबकि सेशन शुरू हुए करीब तीन महीने बीत चुके हैं। ऐसे में इन स्कूलों में नए स्टूडेंट्स जुड़ने की उम्मीद बहुत कम है।
माध्यमिक शिक्षा निदेशक कानाराम की ओर से जारी आदेश में क्रमोन्नत स्कूलों में इस साल सिर्फ क्लास छह शुरू करने की स्वीकृति दी गई है। अगले सेशन में इन स्कूल्स में क्लास सात और उससे अगले साल क्लास आठ शुरू हो सकेगी। अगर स्कूल्स में छात्र संख्या पर्याप्त होगी तो इसी सत्र से क्लास सात और आठ भी शुरू हो सकती है। राज्य के लगभग सभी जिलों में स्कूल क्रमोन्नत हुए हैं। अकेले अलवर में 22 स्कूल्स को प्राइमरी से अपर प्राइमरी में क्रमोन्नत किया गया है। शिक्षा मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला के विधानसभा क्षेत्र से ही चार स्कूल क्रमोन्नत हो गए। इनमें मुक्ता प्रसाद नगर के वार्ड सत्रह में, सर्वोदय बस्ती, बाल्मिकी बस्ती बंगला नगर, बाल्मिकी बस्ती गंगाशहर और भीनासर के प्राइमरी स्कूल को अब अपर प्राइमरी स्कूल बना दिया गया है। जयपुर जिले के 12 स्कूल्स को क्रमोन्नत किया गया है। अगर स्कूल्स में छात्र संख्या पर्याप्त है तो इसी सत्र में लेवल दो के तीन टीचर्स को पोस्टिंग दी जाएगी।
पंद्रह नए प्राइमरी स्कूल भी खुलेंगे
शिक्षा विभाग ने प्रदेश में पंद्रह नए प्राइमरी स्कूल शुरू करने की स्वीकृति दी है। इसमें बीकानेर के बंगला नगर में भी एक स्कूल शुरू हो रहा है। इसके अलावा बाडमेर, भीलवाड़ा, चूरू, धौलपुर, गंगानगर, जयपुर, जैसलमेर, झुंझुनूं, जोधपुर, कोटा और सीकर में नए स्कूल शुरू किए गए हैं।
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