जोधपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

जोधपुर के हार्डकोर अपराधी व एक लाख के इनामी कैलाश मांजू को गुरुवार को हाई सिक्योरिटी के साथ जोधपुर के कोर्ट में पेश किया गया। मांजू को अजमेर जेल से जोधपुर लाया गया। जोधपुर के जेएम-7 कोर्ट में उसे पेश किया गया। इस दौरान उसकी पत्नी प्रियंका और बेटा-बेटी भी वहां मौजूद थे।

पति की पेशी के दौरान मौजूद प्रियंका ने कहा- मेरे पति को राजपासा में निरूद्ध किया गया है। उन्हें 16 अगस्त को बालोतरा जेल से अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल में शिफ्ट किया गया। अजमेर जेल में लॉरेन्स गैंग के दिनेश बंबानी, विक्रम नांदिया, राजू फौजी जैसे कुख्यात गैंगस्टर से मेरे पति की जान को खतरा है। मैने जोधपुर पुलिस कमिश्नर, जिला कलेक्टर और जेल डीजी (जयपुर) को लिखित में दिया है कि अजमेर में पति की जान को खतरा है। लेकिन मेरी सुनवाई नहीं हो रही है। पति को कुछ हुआ तो प्रशासन जिम्मेदार होगा।

एडवोकेट दिनेश शर्मा ने बताया- जोधपुर के झंवर थाने में साल 2010 में विक्रम सिंह नांदिया के साथ मारपीट को लेकर कैलाश मांजू के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई थी। कैलाश मांजू के खिलाफ बेल जम्प का मामला था। जोधपुर कोर्ट ने उसे प्रोडक्शन वारंट पर तलब किया था। ऐसे में उसे आज अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल से जोधपुर कोर्ट में पेश किया गया था। इस मामले में पेशी की अगली तारीख 13 सितंबर दी गई है।

पेशी के दौरान एडवोकेट दिनेश शर्मा ने एक एप्लीकेशन दायर की, जिसमें मांजू के इलाज के लिए जेल अधीक्षक (अजमेर) को निर्देशित करने की अपील थी। कोर्ट ने जेल अधीक्षक को निर्देश दिया कि मांजू का इलाज करवाकर रिपोर्ट कोर्ट में पेश करें।

कैलाश मांजू को स्पाइनल कॉर्ड में एल-4 और 5 की बीमारी है। लंबे समय से उसका इलाज चल रहा है।

दिनेश बंबानी, विक्रम नांदिया, राजू फौजी से खतरा क्यों

कैलाश मांजू की लॉरेन्स गैंग से दुश्मनी है। कैलाश ने आरोप लगाया था कि लॉरेन्स गैंग के पास हथियार पाकिस्तान से आ रहे हैं। इसके बाद लॉरेन्स मामले में एनआईए की एंट्री हुई और लॉरेन्स के पाकिस्तान कनेक्शन की पड़ताल की गई।

दिनेश बंबानी और विकम सिंह नांदिया ने जोधपुर स्थित वीतराग सिटी में 1 फरवरी 2023 को कैलाश मांजू के भतीजे राकेश मांजू पर फायरिंग की थी। गंभीर रूप से घायल राकेश को पहले जोधपुर के मथुरादास माथुर हॉस्पिटल लाया गया था बाद में उसे परिजन अहमदाबाद (गुजरात) ले गए थे। विक्रम और दिनेश इसी मामले में गिरफ्तार हुए थे।

वहीं राजू फौजी ने कैलाश मांजू की एक करोड़ की सुपारी ली थी। अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल में इस वक्त मारवाड़ के 4 बड़े गैंगस्टर्स हैं। जो एक दूसरे के खून के प्यासे हैं। ऐसे में संभावना है कि मौका मिलते ही ये एक दूसरे पर जानलेवा हमला कर सकते हैं। इसी डर के चलते कैलाश मांजू की पत्नी ने खतरे का अंदेशा जाहिर किया है।

जेल में गैंगवार का खतरा

प्रियंका मांजू ने कहा कि- कलेक्टर, कमिश्नर और जेल सुपरिनटैंडैंट को लिखकर दिया है कि अजमेर के हाई सिक्योरिटी जेल की सुरक्षा को पुख्ता किया जाए या पति को दूसरी जेल शिफ्ट किया जाए।क्योंकि जेल में पति के दुश्मन हैं और गैंगवार का खतरा है। कैलाश को 16 अगस्त को बालोतरा (बाड़मेर) जेल से अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल में शिफ्ट किया गया था।

कैलाश मांजू पर लॉरेन्स गैंग से कनेक्शन और अवैध हथियार तस्करी के आरोप हैं। उसे 8 जुलाई 2023 को दिल्ली की स्पेशल पुलिस ने गिरफ्तार किया था। कैलाश मांजू मूल रूप से भाटेलाई पुरोहितान गांव जोधपुर का रहने वाला है। 21 फरवरी 2023 को एनआईए की टीम ने उसके गांव भाटेलाई और जोधपुर स्थित चौपासनी बाइपास घर पर भी दबिश दी थी। मांजू के खिलाफ राजपासा में एक साल के लिए निरूद्ध करने के आदेश दिए गए थे।

कैलाश मांजू पर ये हैं आरोप

कैलाश मांजू पर आरोप हैं कि उसने जैन ट्रैवल्स के मालिक मनीष जैन और श्रीराम अस्पताल के डायरेक्टर सुनील चांडक की पूरी प्रोफाइल और फोन नंबर लाॅरेंस विश्नोई को दिए थे। इसके बाद लाॅरेंस ने अपने गुर्गों से फोन करवाकर सुनील चांडक और मनीष जैन से लाखों की फिरौती मांगी थी।

संगीन अपराधों के 42 मामले दर्ज हैं

कैलाश मांजू के खिलाफ लूट, हत्या, डकैती, अपहरण, रंगदारी, अवैध हथियार व मादक पदार्थों की तस्करी के मामले जैसे संगीन अपराधों के 42 मामले दर्ज हैं। उसके खिलाफ पहला मामला वर्ष 2003 में दर्ज हुआ था। इसके बाद उसने एक बार सरेंडर किया था। जमानत पर आते ही फिर वह अपराध में सक्रिय हो गया। कैलाश मांजू को 2017 में इनामी बदमाश घोषित किया गया तो वह नेपाल भाग गया था। नेपाल में रहते समय कैलाश मांजू 16 नवंबर 2018 को सालासर बालाजी के दर्शन के लिए काठमांडू से फ्लाइट में दिल्ली पहुंचा।

कैलाश के पिता का निधन हो गया था। ऐसे में वह दिल्ली से जोधपुर आने के बाद अपने पैतृक गांव पहुंचा। पिता का अंतिम संस्कार करने के बाद उसने सरेंडर कर दिया। इसके बाद पैरोल पर बाहर आते ही एक बार फिर फरार हो गया। 2018 से ही जोधपुर पुलिस उसे तलाश कर रही थी। इस बीच कैलाश मांजू लगातार वीडियो बनाकर बयान जारी कर पुलिस को चुनौती देता रहा।

8 जुलाई 2023 को दिल्ली की स्पेशल पुलिस ने कैलाश मांजू को गिरफ्तार कर तिहाड़ जेल भेज दिया। 1 अगस्त 2023 को उसे प्रोडक्शन वारंट पर दिल्ली से कल्याणपुर बालोतरा (बाड़मेर) लाया गया। इसके बाद 16 अगस्त को अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल भेज दिया गया।