जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

स्टाफ की फाइलें फाइनेंस से मंजूर... जिलों के भवन का नक्शा भी पास हो चुका है। हालांकि प्रदेश में नए घोषित 19 जिलाें की अधिसूचना जारी नहीं हो पाई है। इससे पहले सरकार ने नए घोषित तीनों संभागों के जिले तय कर दिए हैं।

सीकर, पाली, बांसवाड़ा संभाग में कुल 11 जिले रहेंगे। करीब 17 लाख की आबादी के लिहाज से जिलों में सबसे बड़ा जिला कुचामन-डीडवाना रहेगा, जिसमें 4 विधानसभा क्षेत्र (कुचामन, डीडवाना, मकराना और लाडनूं) शामिल हैं।

3 लाख के करीब आबादी के लिहाज से दूदू सबसे छोटे जिले के तौर पर पहचान बनाएगा। इसमें केवल यही विधानसभा क्षेत्र शामिल रहेगा। सांभर-फुलेरा को इससे अलग करके जयपुर ग्रामीण में शामिल कर लिया गया है। चाकसू विधायक वेद प्रकाश सोलंकी की आपत्ति के बाद माधोराजपुरा तहसील को भी हटा लिया है।

अब अधिसूचना जारी करने में 4 जिलों में तहसील, उप-तहसील, हेडक्वार्टर आदि को लेकर तकनीकी काम और स्थानीय जनप्रतिनिधियों में कुछ असहमति बनी है। सभी 19 जिलों के रिपोर्ट राजस्व विभाग में ही है, जो कमेटी के जरिए मुख्यमंत्री को भेजी जाएगी।

इस प्रक्रिया में विभाग को कम से कम 2 दिन का समय और लगेगा जिस बारे में सीएमओ को सूचित कर दिया गया है। इसी बीच, राजस्व विभाग ने स्टाफ का चयन कर लिया है। पहले 15 जिले व फिर 2-2 जिलों की फाइलें फाइनेंस को भेजी थी, जो मंजूर हो गई हैं। जिलों के लिए प्रस्तावित भवन का नक्शा भी भेज दिया है।

सभी बिल्डिंग मिनी सचिवालय के तौर पर एक जैसी होंगी। इसके बाद सर्किट हाउस स्टाफ क्वार्टर सहित जरूरी कार्यों को जमाने में कम से कम दो साल का समय लगेगा। सामने आया कि महंगाई राहत कैंप के दौरान भी मुख्यमंत्री को कुछ तहसील, उप तहसीलों आदि को लेकर ज्ञापन मिले थे, जिन पर मुख्यमंत्री ने जन भावनाओं के हिसाब से निर्णय लेने की बात कही थी। इनके गजट फाइनल करने के बाद जिलों के गजट तय होने हैं।

वो सब कुछ जो आपके लिए जानना जरूरी है
3 नए संभागों में ये जिले होंगे

  • सीकर : सीकर, चूरू, झुंझुनूं, नीमकाथाना।
  • पाली: पाली, जालौर, सांचौर, सिरोही।
  • बांसवाड़ा: डूंगरपुर, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़।

सबसे छोटा जिला
दूदू, जिसमें केवल दूदू विधानसभा सीट ही रहेगी। करीब 3 लाख इसकी आबादी होगी।

सबसे बड़ा जिला
कुचामन-डीडवाना। इसमें 4 विधानसभा सीटें कुचामन, डीडवाना, मकराना व लाडनूं। आबादी 16-17 लाख।

4 जिलों में पर अटकी बात, इसलिए नोटिफिकेशन अटका, अब इन्हें हटाकर शेष 15 का आदेश संभव
पहली आपत्ति कुचामन- 
डीडवाना के मुख्यालय को लेकर
- हेड क्वार्टर को लेकर असहमति है। चेतन डूडी हेड क्वार्टर डीडवाना चाहते हैं, जबकि महेंद्र चौधरी की मांग कुचामन है।

दूसरी आपत्ति 3 और जिलों में भी तकनीकी काम बाकी
- केकड़ी, गंगापुर और बालोतरा को लेकर भी कुछ असहमति और तकनीकी काम बाकी है। सीमाओं की फाइनल रिपोर्ट बाकी।
सरकार में विचार यह भी चल रहा है कि इन 4 को अलग करके शेष 15 जिलों की अधिसूचना दो दिन में जारी की जा सकती है।

मंत्री बोले- तकनीकी चीजें पूरी की जा रही हैं, दो दिन में भेज दी जाएगी रिपोर्ट
हमारे डिपार्टमेंट में तकनीकी चीजें पूरी की जा रही हैं, क्योंकि सीएम साहब के निर्देश थे कि जहां से भी कोई मांग आए तो जनभावनाओं को देखते हुए तकनीकी चीजें पूरी की जाएं। 2 दिन में रिपोर्ट कमेटी के जरिए भेज देंगे। निर्णय मुख्यमंत्री साहब को करना है। 90-95% के आसपास काम हो गया। हम नहीं चाहते कि अधिसूचना के बाद कोई काम रह जाए। -रामलाल जाट, राजस्व मंत्री