जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

AIMIM पार्टी के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने बीजेपी और पीएम नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा। बोले- PM मोदी बहुत पढ़े-लिखे हैं, उन्हें जो भी लिखकर देते हैं वे उसे पढ़ देते हैं। उनके पास देश की सबसे बड़ी डिग्री है। ओवैसी रविवार रात जयपुर के रामलीला मैदान में AIMIM के प्रदेश स्तरीय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा- प्रधानमंत्री समानता की बात करते हैं, लेकिन हकीकत में वे इससे कोसों दूर हैं। कहते हैं मुसलमान ज्यादा शादी करते हैं। जबकि हकीकत में ऐसा नहीं है, हम शादी के मामले में हिंदुओं से .6% आगे हैं। मोदी देश को 2 मिनट के न्यूडल्स की तरह चलाना चाहते हैं। उन्हें समझना चाहिए देश ऐसे नहीं चल सकता है।

ओवैसी ने कहा- BJP के नेता कहते हैं मैं जिन्ना की तरह हूं। अरे तुम मेरी सोच का मुकाबला नहीं कर सकोगे। मुसलमान दिखते ही उन्हें जिन्ना नजर आता है। मैं पूछता हूं तुम क्या गोडसे वाले हो? जैसे मोदी हिंदू और भारतीय हैं। वैसे मैं भी मुसलमान हूं और भारत का नागरिक हूं।

जैसे वह मंदिर जाते हैं, हम मस्जिद जाते हैं। वो अपने मजहब को मानते हैं तो हम अपने मजहब को मानते हैं। फिर मेरे और मुसलमानों के देश प्रेम पर शक क्यों किया जाता है? भारत एक है, एक रहेगा, लेकिन यहां हजारों मजहब को मानने वाले लोग हैं। यूसीसी के नाम पर पीएम मोदी हिंदू सिविल कोड लाना चाहते हैं। जिसका हम पुरजोर विरोध करते हैं, जबकि कांग्रेसी नेताओं ने चुप्पी साध रखी है।

राजस्थान में मस्जिद पर हमले हो रहे
ओवैसी ने कहा- राजस्थान में मस्जिद पर हमले हो रहे हैं। कांग्रेस की सरकार के बावजूद कांग्रेस के पार्षदों पर मुकदमे दर्ज हो जाते हैं। कांग्रेस को सिर्फ मुसलमानों को धोखा देना आता है। सीएम अशोक गहलोत ने मुसलमानों के आरक्षण को रोक दिया। मुसलमानों के हालात पर न मोदी न राहुल और न ही गहलोत बात करते हैं। इनके पास न तो रोजगार है और न शिक्षा।

राजस्थान में मुसलमानों का बुरा हाल
सम्मेलन के दौरान उन्होंने भरतपुर के नासिर और जुनैद हत्याकांड का जिक्र करते हुए कहा- राजस्थान में मुसलमानों का बुरा हाल है। क्योंकि यहां के मुसलमानों के पास खुद की लीडरशिप नहीं है। राजस्थान में 9 मुसलमान कांग्रेस के MLA है, लेकिन उनके मुंह पर गहलोत ने ताला लगा रखा है।जब कन्हैया को मारने वाले आतंकवादी है तो जुनैद को मारने वाले भी तो आतंकवादी है। कन्हैया की मौत पर गहलोत ने 50 लाख का मुआवजा दिया। जुनैद की मौत पर सिर्फ 5 लाख ही क्यों दिए?

गुर्जरों से सीखें- कैसे लड़ते हैं अपनी लड़ाई

ओवैसी बोले- राजस्थान के मुसलमानों को गुर्जरों से सीखना चाहिए। जैसे उन्होंने आरक्षण की लड़ाई लड़ी वह काबिले तारीफ है। मुसलमान अपने हक के लिए घर से बाहर नहीं निकलते हैं।

बीजेपी ने विपक्ष के MLA तोड़ लिए तो सब एक साथ हो रहे
महाराष्ट्र में हुए फेरबदल पर बोले- विपक्ष में यूनिटी होनी चाहिए। पटना की मीटिंग में NCP अध्यक्ष शरद पवार, जिस प्रफुल्ल पटेल को लेकर आए थे। वह आज बीजेपी में जाकर शामिल हो गए हैं। पटना में विपक्षी पार्टी की बैठक में मुझे नहीं बुलाया था।

लालू, नीतीश और कांग्रेस के लोगों ने हमारे MLA खरीदे थे। तब उन्हें इसमें कोई दिक्कत नहीं लगी। आज बीजेपी ने विपक्ष के MLA तोड़ लिए तो सब एक साथ इसका विरोध कर रहे हैं। ओबामा के बयान पर तो कांग्रेसी नेताओं ने जमकर बयानबाजी की। यूनिफार्म सिविल कोड पर एक भी कांग्रेसी मुंह नहीं खोलता है। क्योंकि उन्हें अपने पापा को खुश करना है।

ओवैसी से मिलने पहुंचे मंत्री गुढ़ा
आवैसी से राजस्थान सरकार में मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने मुलाकात की। उन्होंने मुलाकात का जिक्र करते हुए कहा- राजस्थान के राजपूतों को सलाम। आज मेरे से मिलने गुढ़ा आए थे। एक घंटे तक मेरी उनसे बातचीत हुई। मैं उनसे काफी प्रभावित हुआ। उन्होंने कहा- इस बार विधानसभा चुनाव में हम अपने उम्मीदवार उतारेंगे।

गहलोत सरकार को घेरते रहे हैं ओवैसी
ओवैसी मुसलमानों से जुड़े मुद्दों पर गहलोत सरकार को घेरते रहे हैं। ओवैसी ने अप्रैल महीने में राजस्थान में मुसलमानों की सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक हालत और राजनीतिक प्रतिनिधित्व पर एक रिपोर्ट तैयार करवाई थी। ओवैसी ने मुसलमानों को विकास में पिछड़ा रहने को लेकर कांग्रेस-बीजेपी सरकारों को घेरा था। इस बार के विधानसभा चुनावों में अल्पसंख्यक विकास में पिछड़ेपन और भेदभाव को मुद्दा बनाया जाएगा।

सूत्रों के अनुसार ओवैसी की पार्टी AIMIM इस बार 40 सीटों पर मजबूत उम्मीदवार उतार सकती है। राजस्थान की 40 सीटें हैं, जहां मुस्लिम समाज जीत-हार का फैसला करता है। AIMIM का आना कांग्रेस के लिए सबसे बड़ी खतरे की घंटी है। ऐसे में कई सीटों पर समीकरण बदल सकते हैं।

खास बात यह है कि इन 40 सीटों में से सीधे तौर पर 15-16 सीटों पर हर बार मुस्लिम प्रत्याशी ही जीतते हैं। अगले चुनावों में इन सीटों पर जीत-हार को लेकर रोमांच काफी बढ़ जाएगा।

18 जिलों में 40 सीटें, जिसमें मुस्लिम वोटर प्रमुख

राजस्थान के 18 जिलों में करीब 40 ऐसी सीटें हैं, जहां मुस्लिम मतदाताओं की संख्या चुनाव हार-जीत में अहम रोल निभाती है। जयपुर, अजमेर, जैसलमेर, बाड़मेर, कोटा, सीकर, झुंझुनूं, चूरू, अलवर, भरतपुर, नागौर जिलों में स्थित सीटों पर हर चुनाव में 16 के आस-पास मुस्लिम प्रत्याशी जीतते रहे हैं। वहीं, इन जिलों में शामिल करीब 24 सीटों पर मुस्लिम वोटरों का समर्थन और नाराजगी चुनाव परिणाम प्रभावित कर देते हैं।