चित्तौड़गढ़ - गोपाल चतुर्वेदी
राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय भाजपा उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे सिंधिया का दो दिवसीय चित्तौडग़ढ़ दौरा भाजपा में गुटबाजी को और हवा दे गया। शनिवार को जहां राजे ने अनगढ़ बावजी में धर्म सभा को संबोधित करने के अलावा कई धार्मिक कार्यक्रमों में भाग लेकर रात्रि विश्राम चित्तौड़गढ़ में किया। रविवार को सवेरे जिंक गेस्ट हाउस में आमजन और पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से मुलाकात की जिसमें पार्टी के स्थानीय स्तर के कई शीर्ष नेता भी नदारद रहे।  इस पूरे दौरे के बीच वसुंधरा राजे ने मीडिया से दूरी बनाए रखने पर मीडिया कर्मियों में नाराजगी देखी गई l 
इस दो दिवसीय दौरे में भाजपा की गुटबाजी भी दिखाई दी जहां एक ओर चित्तौड़गढ़ जिले के कद्दावर नेता और पूर्व यूडीएच मंत्री श्री चंद कृपलानी, जिला अध्यक्ष गौतम दक, जिला प्रमुख डॉक्टर सुरेश धाकड़ चित्तौड़गढ़ विधायक चंद्रभान सिंह आक्या, कपासन विधायक अर्जुनलाल जीनगर सहित कई अन्य भाजपा नेता जहां पूरे दौरे पर वसुंधरा राजे के साथ दिखाई दिए।  दूसरी ओर वसुंधरा राजे सिंधिया और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी मे दूरियां  दिखाई देने से कई तरह के कयास लगने शुरू हो गए हैं। इस वर्ष के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव में आलाकमान गुटबाजी को समाप्त करने के लिए चित्तौड़गढ़ सांसद सीपी जोशी को प्रदेश अध्यक्ष की कमान सीपी जोशी को सौंपी थी लेकिन प्रदेश स्तर की गुटबाजी चित्तौड़गढ़ में भी देखने को मिल गई जिससे साफ जाहिर होता है कि भाजपा की आगामी विधानसभा चुनाव में डगर आसान नहीं होगी। इसके लिए शीर्ष नेतृत्व को दूरियों को पाटने के लिए आगे आना होगा।
वहीं जानकारी में सामने आया है कि प्रदेश भाजपा में दो से अधिक गुट सक्रिय होने से भाजपा की परेशानी बढ़ सकती है। स्थानीय स्तर पर दी भाजपा में गुटबाजी कम नहीं है जो कि आने वाले समय में भाजपा की मुश्किलों को बढ़ा सकती है l