उदयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
बहुचर्चिच कन्हैयालाल हत्याकांड की पहली बरसी पर सेवाश्रम चोराहा पर बुधवार को श्रद्धांजलि सभा करने पहुंचे भाजयुमो पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं को पुलिस ने खदेड़ा तो माहौल गर्मा गया। इस दौरान भूपालपुरा पुलिस और कार्यकर्ता आमने-सामने हो गए। दोनों के बीच काफी धक्का-मुक्की हुई। पुलिस कार्रवाई से नाराज कार्यकर्ता नारेबाजी करने लगे।
गहमा-गहमी बढ़ते देख पुलिस द्वारा भाजयुमो के पदाधिकारियों को पकड़ते हुए थाने लाया गया। जिसमें भाजयुमो पूर्व जिला अध्यक्ष सनी पोखरना, जिला उपाध्यक्ष सतीश शर्मा, मंडल अध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह पंवार और कमल धाबाई आदि शामिल थे। इन पदाधिकारियों को थाने लाने के बाद बड़ी संख्या में कार्यकर्ता भी यहां पहुंचे और विरोध करते हुए नारेबाजी करने लगे। इस दौरान मंडल अध्यक्ष जितेन्द्र मारू, महामंत्री सुनील जैन और सुनील वसीटा आदि पदाधिकारी मौजूद थे।
इसके बाद राजसमंद पूर्व विधायक और उदयपुर जिला प्रभारी बंशीलाल खटीक और जिला महामंत्री गजपाल सिंह राठौड़ ने पुलिस और भाजयुमो पदाधिकारी से समझाइश की। इसके बाद जाकर मामला शांत हुआ। भूपालपुरा थानाधिकारी हनुवंत सिंह ने बताया कि कन्हैयालाल हत्याकांड की बरसी पर कोई सभा या कार्यक्रम बिना अनुमति नहीं होना था। भाजयुमो ने इसकी अनुमति नहीं ली, इसलिए यह कार्रवाई की गई।
इधर, बरसी पर लगा रक्तदान शिविर, कन्हैयालाल का परिवार हुआ शामिल
कन्हैया लाल हत्याकांड की पहली बरसी पर शहर के टाउन हॉल में सर्व हिंदू समाज की ओर से रक्तदान शिविर लगाया गया। इस मौके पर दिवंगत कन्हैया लाल साहू की पत्नी और दोनों बेटे शामिल हुए। साथ ही कई जन प्रतिनिधि और विभिन्न समाज संगठनों के लोग पहुंचे। इस मौके पर दिवगंत कन्हैया लाल की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
वहीं रक्तदान करने वाले रक्तदाताओं को समाज की ओर से हेलमेट, हनुमान चालीसा और प्रमाण पत्र वितरित किए गए। इस अवसर पर कन्हैया के बेटों का कहना था कि आज एक साल बीत जाने बाद भी हत्यारों को फांसी की सजा नही दी गई। ऐसे में पिताजी की अस्थियों को भी अभी तक विसर्जित नहीं किया गया।। जिस दिन हत्यारों को फांसी की सजा दी जाएगी, उस दिन ही पिता को मोक्ष मिल पाएगा।


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