हनुमानगढ़ जिले के टिब्बी कस्बे में 26 दिसबंर को एक गौवंश को कथित रूप से विस्फोटक पदार्थ खिलाकर हत्या के मामले का पुलिस ने पर्दाफाश कर एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। विस्फोटक फटने से मुंह और जबड़ा जख्मी होने से गाय की मौत हो गई थी। आरोपी के घर से गाय के जख्मी होने के खून के निशान मिले थे।
थानाधिकारी धर्मपाल सिंह ने बताया कि अनुसंधान के दौरान पूछताछ और साक्ष्यों के आधार पर सरणजीत सिंह बावरी (45) पुत्र दिवान सिंह निवासी वार्ड 14 को गिरफ्तार किया। जांच अधिकारी एएसआई सुखपाल सिंह ने बताया कि मामले की जांच हेतु थानाधिकारी के निर्देश पर अलग-अलग टीमों का गठन कर अनुसंधान शुरू किया गया। संदिग्ध लोगों से पूछताछ के दौरान सरणजीत सिंह की संलिप्तता पाए जाने पर पूछताछ कर गिरफ्तारी कर कोर्ट में पेश किया गया। पूछताछ के दौरान आरोपित के घर से गाय को जख्मी होने के खून के निशान के साक्ष्य जुटाए गए। पूछताछ में विस्फोटक पदार्थ घर में रखे जाने की बात सामने आई। विस्फोटक पदार्थ खाने से गाय का मुंह और जबड़ा बुरी तरह जख्मी हो गया था। आरोपी घटना के दिन बाहर होने की बात कहकर पुलिस को गुमराह करता रहा है। कॉल डिटेल आधार के चलते आरोपित की झूठ पकड़ी गई और गहन पूछताछ के बाद संलिप्तता पाई गई।
यह था मामला
इस संबंध में 2 जनवरी को शिशपाल सांखला पुत्र पदम सिंह सांखला निवासी वार्ड चार की रिपोर्ट पर अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ गौवंश को विस्फोटक पदार्थ खिलाकर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज करवाया गया था। रिपोर्ट में बताया गया था कि 26 दिसंबर को सवेरे 5 बजे किसी अज्ञात व्यक्ति ने टिब्बी के वार्ड 14 में एक गाय को चारे में विस्फोटक पदार्थ खिलाकर हत्या का प्रयास किया। बाद में 29 दिसबंर को नागौर के पशु चिकित्सालय में उपचार के दौरान गाय ने दम तोड़ दिया था, जिसके बाद दो जनवरी को गौ रक्षा सेवा समिति के सदस्य, पदाधिकारियों तथा ग्रामीणों ने आरोपित की गिरफ्तारी की मांग को लेकर टिब्बी थाने के समक्ष प्रदर्शन किया।हनुमानगढ़ श्री कृष्ण गोरक्षा सेवा संस्थान ने भी आरोपी की गिरफ्तारी को लेकर को मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा था।
इन पुलिसकर्मियों का रहा योगदान
टिब्बी के वार्ड 14 में गौहत्या के चर्चित प्रकरण को लेकर टिब्बी थाने के एएसआई शम्भूदयाल स्वामी, आसूचना अधिकारी कॉन्स्टेबल बृजलाल और सुमन की मामले का खुलासा करने में विशेष भूमिका रही है। एएसआई शम्भूदयाल ने बताया की थानाधिकारी धर्मपाल सिंह के निर्देश पर लगातार संबंधित मौहल्ले में लगातार गश्त की गई और मामले को लेकर गहन पूछताछ की गई। मामले में आरोपित पाए गए व्यक्ति पर पूरी निगरानी रखी गई तथा घर की दीवार पर गाय के खून के निशान मिलने के बाद कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए आरोपित की संदिग्धावस्था उजागर हुई। पुलिस टीम में एएसआई सुखपाल सिंह के साथ एएसआई शंभुदयाल, हेड कॉन्स्टेबल दिनेश कुमार, कॉन्स्टेबल राजेश कुमार भी शामिल रहे।