डूंगरपुर-प्रवेश जैन।
सरकारी स्कूलों के कमरों की हालत खराब है। झिंझवा सीनियर स्कूल के छत का प्लास्टर आज शुक्रवार को अचानक गिर गया। इससे 8वी क्लास के 2 छात्र घायल हो गए, जबकि दूसरे छात्रो ने भागकर जान बचाई। दोनो घायल छात्रो का बिछीवाड़ा के प्राइवेट अस्पताल में इलाज करवाया।बिछीवाड़ा ब्लॉक के झिंझवा सीनियर स्कूल में आज शुक्रवार दोपहर के समय प्लास्टर गिरने की घटना हुई। आठवी क्लास में बीएड ट्रेनी के साथ 60 बच्चे एक साथ बैठकर पढ़ाई कर रहे थे। दोपहर 12 बजकर 35 मिनट पर अचानक कमरे में छत के प्लास्टर का बड़ा हिस्सा टूटकर बच्चों के ऊपर गिरा। इसमें 2 छात्र रोहित अहारी निवासी नया तालाब और परवत सिंह चौहान निवासी झिंझवा घायल हो गए। वही प्लास्टर गिरते ही दूसरे बच्चे क्लास में पीछे की तरफ और कुछ बाहर भागे और जान बचाई। हादसे के बाद स्कूल के प्रिंसिपल जीवनलालजी मौके पर पहुंचे। स्कूल के टीचर दोनो बच्चो को सीमलवाड़ा के प्राइवेट अस्पताल ले गए और इलाज करवाया। गनीमत रही की क्लास में बैठे दूसरे बच्चे बच गए। स्कूल के प्रिंसिपल जीवनलाल ने बताया की स्कूल में 8 कमरे पहले ही नकारा हो चुके है। 7 कमरों में पहली से 12वी तक की कक्षाओं को बैठाकर पढ़ाई करवानी पड़ रही है। ये कमरे भी जर्जर हो चुके है। कक्षा 9 में 99 बच्चे और 10वी में 87 बच्चे है। दोनों में दो सेक्शन बनाने की जरूरत है लेकिन कमरे नही होने से एक ही कमरे में सभी बच्चो को बैठाया जा रहा है। स्कूल में 676 बच्चो का नामांकन है। पहली ओर दूसरी क्लास के बच्चो को बाहर बरामदे में एक साथ बैठाकर पढ़ाई करवाई जाती है। जबकि तीसरी, चौथी ओर पांचवी क्लास के बच्चो को एक साथ एक ही कमरे में बैठाया जा रहा है। प्रिंसिपल ने बताया की जर्जरहाल कमरों के बारे में पहले ही विभाग को बता दिया है। लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। प्रिंसिपल ने नए कमरे बनवाने की मांग की है।
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