करौली ब्यूरो रिपोर्ट।
सांसद मनोज राजोरिया ने बताया कि सोमवार को करौली से टोडाभीम जाते समय राज्य की कांग्रेस सरकार के इशारे पर NSUI के पूर्व राष्ट्रीय सचिव, NSUI जिलाध्यक्ष और अन्य कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा मेरा रास्ता रोका गया, अमानवीय ढंग से गाड़ी पर चढ़कर अभद्र व्यवहार किया। मेरे सुरक्षा कर्मी के साथ हाथापाई की और दुर्व्यवहार किया। इस प्रकार की घटनाएं कांग्रेस की द्वेषपूर्ण राजनीती, नाकामी और आगामी विधानसभा चुनाव में हार के भय को दर्शाता है। मैं सूबे के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से कहना चाहता हूँ की राजस्थान की भोली जनता को मूर्ख बनाना बंद करें अगर आप सच में जनता का भला चाहते है उनके लिए कुछ करना चाहते हैं तो ईआरसीपी परियोजना के लिए राज्य सरकार अपनी सहमति दे व इससे संबंधित सभी तकनीकी पहलुओं का समाधान करें और साथ ही करौली जिले की महतवपूर्ण मांग "चम्बल पांचना जगर लिफ्ट परियोजना" के कार्य को तुरंत प्रभाव से शुरू करें, आपने अपने कार्यकर्ताओं से इस प्रकार गुंडागर्दी करवा कर ओछी मानसिकता का उदहारण पेश किया है। समय आने पर प्रदेश की जनता और भाजपा का प्रत्येक कार्यकर्ता आपको इसका मुंहतोड़ जवाब देगा और राजस्थान से कांग्रेस को उखाड़ फेंकने का काम करेगा।
यह था पूरा मामला।
दरअसल करौली सांसद सोमवार को करौली से टोडाभीम जा रहे थे। तभी कटकड मोड़ पर भारतीय किसान यूनियन के युवा प्रदेश अध्यक्ष विक्रम मीना ने पचासों युवाओं के साथ मिलकर सांसद की गाड़ी को घेर लिया। सांसद मनोज राजोरिया ने उनको बताया कि इआरसीपी योजना राष्ट्रीय परियोजना में शामिल करने के लिए संसद में अपनी बात रखी। सांसद ने कहा कि अभी मध्यप्रदेश सरकार से इस बारे में वार्तालाप चल रही है। इसका जल्द ही निस्तारण हो जाएगा।

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