कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि सीएम अशोक गहलोत का स्वभाव पानी जैसा है। पानी का रंग क्या होता है? नीला मिलाओ, नीला होता है। गहलोत पानी की तरह सबको साथ लेकर चलने वाले नेता हैं। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी को झूठों का सरदार बताया।
खड़गे दोपहर तीन बजे उम्मेद स्टेडियम में सीएम अशोक गहलोत के नामांकन के बाद आयोजित जनसभा को संबोधित कर रहे थे। इसमें सीएम गहलोत के साथ जिले की अन्य विधानसभा सीटों के प्रत्याशी और उनके समर्थक कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे।
उन्होंने कहा- केंद्र सरकार हमारे नेताओं को सताने का काम कर रही है। केंद्र सरकार और बीजेपी के लोग हमारे नेताओं को सताने का काम करते हैं। जो अच्छा काम करते हैं, उनको बीच में टांग मारने का काम मोदी सरकार या बीजेपी करती है। जो नौकरियां पंडित नेहरू ने तैयार की थी, वो मोदी सरकार एक-एक करके बेच रही है। अंबानी को बेच रही। फलाने को बेच रही। जो बड़े-बड़े कारखाने हमें दिख रहे हैं, वो आधुनिक मंदिर है। बीजेपी सरकार उन नौकरियों को छीन रही है।
मोदी पहले ईडी, इनकम टैक्स, सीबीआई को प्रचार के लिए भेजते हैं
तुम कुछ नया नहीं लाए। ये लोग नया लाए हैं तो ईडी, इनकम टैक्स, सीबीआई। ये तुम्हारे जवान है। वो प्रचार करने वाले हैं। मोदी पहले इन तीन एजेंसी को प्रचार के लिए भेजते हैं। फिर खुद भाषण करते हैं। कांग्रेस के लोगों पर आरोप लगाते हैं। देश को लूट रहे। देश को तो तुम लूटने वाले हो। कौनसा नया काम किया। राजस्थान में इतनी हरियाली नहीं थी। वो हरियाली क्या मोदी साहब लाए। जितने स्कूल और कॉलेज हैं। गहलोत का इंग्लिश मीडियम स्कूल बनाने का आइडिया क्या मोदी का है।
खड़गे ने कहा- सिर्फ बातों से काम नहीं चलता
2014 में आपने कहा- अगर मेरी सरकार बनी तो देश के बाहर का कालाधन हिंदुस्तान वापस लाकर हर किसी की जेब में 15 लाख आएंगे। ये किसने कहा, मोदी ने कहा। आपके मुख्यमंत्री से पूछो उनके बजट में कुछ आया है। हर जगह मैं जाता हूं, नहीं दिया बोलते। एक प्रधानमंत्री झूठ नहीं बोलता तो ये 15 लाख वाली बात कहां गई। या तो आप लेने वाले झूठे हैं या ऐसा बोलने वाले। ऐसा झूठ बोलने की आदत है।
2 करोड़ नौकरी सालाना देने की बात करते हैं। मिली किसी को नौकरी। जो हैं वो भी छीन ले रहे। रेलवे, बैंक,स्कूल सब की तो छीन ले रहे। आप देंगे कहां से। अब तक तो 19 करोड़ नौकरी देनी थी। बीजेपी वालों से पूछो नौकरी नहीं मिली तो कौन झूठ बोले। अगर मैं कहूं मोदी झूठ बोलते हैं तो झूठों के सरदार हैं। अगर कहता हूं। मेरे को गलत कहते हैं। सिर्फ बातों से काम नहीं चलता है। पेट को रोटी चाहिए। हाथ को काम करने के लिए काम होना चाहिए। पढ़ने के लिए स्कूल होना चाहिए।
गहलोत किसी से दुश्मनी नहीं रखते
खड़गे ने कहा- जोधपुर में अशोक गहलोत कैंडिडेट हैं। उन्होंने अपने जीवन में 10 बार जीत हासिल की। 5 बार एमपी बने, 5 बार एमएलए बने। भारत सरकार में मंत्री और राजस्थान में सीएम रहे। जो लोगों के बीच रहते हैं, काम करते हैं, वही बार-बार चुनकर आते हैं। किसी के बारे में दुश्मनी नहीं रखते। पार्टी का काम करते हैं। इसलिए उनकी लोकप्रियता दिखती है। एक आदमी 10 बार चुनकर आना बड़ी बात है। जयपुर में जो होना था, वो पूरा जोधपुर में भी है। इतना सब है। इतना सब है तो राजधानी जोधपुर को बनाना चाहिए ऐसा मत बोलिए। वे समझदार हैं ऐसा नहीं करेंगे।
मोदी घबरा गए हैं
अशोक गहलोत ने जो 10 प्रोग्राम बनाए। वो आपके सामने हैं। मोदी घबरा गए हैं। इतना घबरा गए हैं। मेरा क्या होगा। कर्नाटक, हिमाचल में हारे। लद्दाख के कॉरपोरेशन चुनाव में हारे। दो सीट मिली उन्हें। वे जरा घबरा गए। वो घबराहट में कुछ भी बोलते हैं। किसी को भी गालियां देते हैं। लोग खा रहे हैं।
उन्होंने पहले वादा किया था,अहमदाबाद से मुंबई तक बुलेट ट्रेन। कहां है बुलेट ट्रेन। अभी चल रहा है काम। दो साल में होने वाला काम अभी हो रहा है। तो कौन झूठ बोला। मोदी ने बोला। तुम (मोदी) बोलते हैं, मैं हुकुमत में आया तो किसान की मदद करूंगा। आमदनी दोगुनी करूंगा। कहां है दोगुनी। इनके झांसे में मत आओ। अब बीजेपी का खत्म हो गया।
मैं चाय बनाऊं तो कोई भी नहीं पीता
ईडी के छापे इलेक्शन में ही पड़ते हैं। पास साल आपका डिपार्टमेंट क्या सो रहा था? 2 महीने पहले तक तो छापे नहीं पड़े। अभी क्यों पड़े? भूपेश बघेल पर छापे डल रहे हैं। लोकतंत्र में कभी देखा है ऐसा। क्या इंदिरा गांधी, राजीव गांधी के जमाने में ऐसा हुआ था। अटल बिहारी वाजपेयी ने भी ऐसा नहीं किया। ये आए महराज मैं गरीब हूं, बैकवर्ड हूं। मैं तो दलित हूं। मैं तो उससे पिछड़ा हूं। उसकी तो लोग चाय पीते हैं। मैं चाय बनाऊं तो चाय भी नहीं पीते।
हमारी योजनाओं की हो रही हर जगह चर्चा
नामांकन के बाद मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा- हमारी योजनाओं की सब तरह चर्चा हो रही है। राजस्थान की सब जगह चर्चा हो रही है। शिक्षा के क्षेत्र में काफी प्रगति हुई है। पहली बार मैं मुख्यमंत्री था तब राजस्थान में केवल छह यूनिवर्सिटी थीं, अब 100 हो गई हैं। 76 साल में 250 कॉलेज खुले, हमने 29 खोले। हमने गांवों सहित हर क्षेत्र में नवाचार किया है।
शहरों, गांवों, ढाणियों में भी माहौल है कि इस बार सरकार रिपीट होने जा रही है। केरल में 76 साल से हर बार सरकार बदल रही थी। इस बार कोरोना के मैनेजमेंट से सरकार रिपीट हुई। वहां जनता ने कोरोना के मैनेजमेंट को लेकर सरकार रिपीट कर दी तो कोरोना में हमारा मैनेजमेंट भी शानदार था।
गहलोत ने मोटर साइकिल बेचकर लड़ा था पहला चुनाव
इससे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज सरदारपुरा (जोधपुर) विधानसभा सीट से 7वीं बार अपना नामांकन दाखिल किया। करीब 46 साल से संसदीय राजनीति में सक्रिय अशोक गहलोत हर चुनाव की तरह आज भी बड़े ही सादगी से नॉमिनेशन फाइल करने पहुंचे। पत्नी और बेटे सहित चार लोगों के साथ उन्होंने नामांकन किया। साल 1977 में इसी सीट से उन्होंने पहला चुनाव लड़ा था, लेकिन वे करीब 4 हजार वोटों से हार गए थे। दावा किया जाता है कि उन्होंने अपनी मोटर साइकिल बेचकर पहले इलेक्शन में नॉमिनेशन किया था।
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