कोटा ब्यूरो रिपोर्ट। 

साल 2008 में आस्तित्व में आई कोटा उत्तर सीट और इसके बाद यहां यह चौथा चुनाव है। पिछले तीन चुनावों में से दो बार कांग्रेस के शांति धारीवाल तो एक बार भाजपा के प्रह्लाद गुंजल जीत थे। इस बार फिर दाेनाें आमने-सामने हैं। धारीवाल का पूरा फाेकस विकास और कांग्रेस सरकार की याेजनाओं पर है। जबकि गुंजल कार्यकर्ताओं की टीम के दम पर मैदान में हैं। सरकार को भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए घेर रहे हैं। भाजपा के पारम्परिक वोटर माने जाने वाले संपन्न और व्यवसाई वर्ग में कोटा के विकास में धारीवाल के एक बार हारने से आई रुकावट का थोड़ा अफ़सोस उनको फायदा दिला सकता है लेकिन आम तौर पर यह वर्ग मौन हैं। 

क्षेत्र की सबसे बड़ी मांग

काेटा में एयरपाेर्ट - ज्यादातर का मानना है कि धारीवाल और ओम बिरला मिलकर यह जल्दी करवा सकते हैं। 

बिजली वितरण व्यवस्था का निजीकरण खत्म करना - इस पर मतदाता दोनों पार्टियों पर भरोसा नहीं कर रहा है। 

सभाओं का असर

चुनाव में अब नौ ही दिन बचे हैं लेकिन कोटा उत्तर विधानसभा क्षेत्र में अभी तक कांग्रेस और भाजपा की तरफ से कोई बड़ी सभा आयोजित नहीं हुई है। कांग्रेस ने सीएम अशाेक गहलाेत और प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा की एक सभा करवाई है। भाजपा प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री याेगी आदित्यनाथ की सभा करवाने के प्रयास कर रही है।

सीट का ट्रेंड

एक बार कांग्रेस-एक बार भाजपा, तीसरी बार दाेनाें दलाें के वे ही प्रत्याशी आमने-सामने।

महिला वोटर की साेच...

  • कुछ का झुकाव याेजनाओं की ओर, कुछ का जोर विकास पर। महिलाओं का एक वर्ग ऐसा भी है जिसे विकास और याेजनाएं ज्यादा प्रभावित नहीं करतीं। उनका मानना है कि हमें इससे ज्यादा फर्क नहीं पड़ता।
  • कांग्रेस प्रत्याशी धारीवाल 10 महीने पहले से ‘हाथ से हाथ जाेड़ाे’ पदयात्रा निकालकर हर वार्ड में गली-गली पहुंचे। जनता से पूछ-पूछकर काम कराए।
  • भाजपा प्रत्याशी प्रहलाद गुंजल शहर में हुए विकास काे अनियाेजित बताते हुए भ्रष्टाचार काे मुद्दा बनाकर लाेगाें के बीच जा रहे हैं।

मतदाताओं के मन में क्या...

मतदाता साइलेंट हैं। कुछ लाेग सरकार की याेजनाओं से प्रभावित हैं ताे कुछ ऐसे भी हैं जाे इसके दायरे में नहीं आते, वे माैन हैं।

धारीवाल की बहू मैदान में 

कोटा उत्तर विधानसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी शांति धारीवाल की बहू एकता धारीवाल का एक वीडियो सामने आया है। इसमें जनसमर्थन हासिल करने निकली बहू एकता ने उन्हें(धारीवाल) टाइगर बताया। यह वीडियो सोशल मीडिया पर खासा चर्चित हो रहा है। उन्होंने कहा- डरने की जरूरत नहीं है।

आधी रात को भी फोन करोगे तो एकता धारीवाल बचाने आएगी। हमारे ऊपर हमारा बाप शांति धारीवाल बैठा है। यह वीडियो बुधवार 15 नवंबर का है। वे यहां रात 8 बजे कोटा के काला तालाब ​​​​में ​​​धारीवाल के समर्थन में एक सभा में बोल रहीं थीं।

कोटा के काला तालाब में एक सभा को संबोधित करते हुए एकता धारीवाल ने शांति धारीवाल को टाइगर बताया।
कोटा के काला तालाब में एक सभा को संबोधित करते हुए एकता धारीवाल ने शांति धारीवाल को टाइगर बताया।

बोलीं- डरने की जरूरत नहीं हमारा बाप धारीवाल बैठा है

कांग्रेस के प्रत्याशी शांति धारीवाल के प्रचार की कमान उनकी बहू एकता धारीवाल ने संभाल रखी है। बुधवार रात को दिया बयान सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है। 58 सेकेंड के वीडियो में वे कह रही हैं- कोई डरने या चिंता करने वाली बात नहीं है। आधी रात को भी फोन करोगे तो पहले एकता धारीवाल बचाने आएगी। एकता धारीवाल के साथ सारे भाई, बहन खड़े हैं।

कोई डरने चिंता की बात नहीं है। कोई कुछ नहीं करेगा। हमारे ऊपर हमारा बाप शांति धारीवाल बैठा है। कहने का मतलब है, वो तो सुना है ना, 'टाइगर जिंदा है,' टाइगर वापस आएगा। टाइगर जिंदा है, शेर कभी अपनी जगह नहीं छोड़ता है। शेर बुड्ढा हो जाता है तो भी शेर-शेर ही रहता है। बाकी तुम सब शेर हो। इसके बाद आगे वे धारीवाल के समर्थन में अपील करती नजर आ रही हैं।

अधीक्षक को दी थी चेतावनी

इससे पहले भी 2020 में एकता धारीवाल ने कोटा के जेकेलोन हॉस्पिटल में अव्यवस्था देख उन्होंने तत्कालीन अधीक्षक डॉ. एससी दुलारा को जमकर फटकार लगाई थी। एकता ने कहा था- महिलाओं के इलाज में कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने आंदोलन की चेतावनी देते हुए कहा था कि 15 दिन में अस्पताल की व्यवस्था नहीं सुधरी तो अस्पताल से लेकर धारीवाल बंगले तक महिलाओं की इतनी भीड़ होगी कि उसे कोई नहीं रोक पाएगा। कोई नेता, कोई मंत्री कुछ नहीं कर पाएगा। उन्होंने अधीक्षक से कहा- अस्पताल में अव्यवस्था देख मेरी आत्मा तड़पती है, क्या महिलाओं की औकात नहीं? बता दें कि एकता आरएमआरएस राजस्थान मेडिकल रिलीफ सोसाइटी की सदस्य भी हैं।

कोटा की सबसे हॉट सीट

कोटा की उत्तर सीट संभाग की सबसे हॉट सीटों में एक है। इस सीट पर तीसरी बार कांग्रेस के शांति धारीवाल व बीजेपी के प्रहलाद गुंजल के बीच टक्कर है। नामांकन रैली के दौरान भी दोनों नेताओं के बीच जुबानी जंग चली थी। जहां धारीवाल ने गुंजल के कार्यालय को गुंडाराज बताया था। उन्होंने गुंजल को पीएम मोदी की लहर में जीता हुआ प्रत्याशी बताया था। वहीं भाजपा प्रत्याशी गुंजल ने कहा था कि धारीवाल की सभा में तो हिस्ट्रीशीटर आते हैं।