जयपुर कांग्रेस के जिला अध्यक्ष और हवामहल से प्रत्याशी आर. आर. तिवाड़ी ने बीजेपी पर चुनाव को सांप्रदायिक रंग देने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि बालमुकुंद आचार्य बजरंग बली के नाम पर दुकान चलाना चाह रहे हैं। इससे बीजेपी के हालात और ज्यादा बिगड़ गए हैं। उनके कार्यकर्ता आंखों में आंसू लेकर बैठे हैं। यही कारण है कि अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी जयपुर में गली-गली चक्कर लगाने पड़ रहे हैं।
तिवाड़ी ने बातचीत में मंत्री महेश जोशी की नाराजगी समेत कई मुद्दों पर खुलकर अपनी बात रखी। पढ़िए पूरा इंटरव्यू...
सवाल : आम जनता से किस आधार पर वोट मांग रहे हैं?
जवाब : राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार के कामकाज के आधार पर आम जनता के बीच वोट मांग रहा हूं। जिस तरह से कोरोना काल से लेकर अब तक गहलोत सरकार ने जनता की सहूलियत को ध्यान में रख सोशल सिक्योरिटी का काम किया है। उनके घर राशन पहुंचाने से लेकर मुफ्त इलाज जैसी योजनाएं लागू की है। वह दुनिया में कहीं और नहीं हुआ है। इसी आधार पर मैं जनता के बीच जाकर उनसे वोट मांग रहा हूं।
सवाल : बीजेपी के उम्मीदवार का आरोप है कि कांग्रेस के राज में अराजकता और हिंसा की घटनाएं बढ़ गई है। क्या यह सही है?
जवाब : जिस दिन से उन्होंने (बालमुकुंद आचार्य) फॉर्म भरा, क्या तभी से उनको अराजकता नजर आई है। पिछले 5 साल में या उससे पहले मैंने इन बाबा को भारतीय जनता पार्टी के लिए सड़क पर लड़ते नहीं देखा। यह तो बीजेपी का दुर्भाग्य और मानसिक दिवालियापन है कि उन्होंने बाबा जैसे उम्मीदवार को मैदान में उतारा है। प्रधानमंत्री मोदी को भी बीजेपी की हार नजर आ रही है। यही कारण है कि अब उन्हें रोड शो के नाम पर जयपुर की गलियों में घूमना पड़ रहा है।
भाजपा का राजस्थान नेतृत्व दिशाहीन हो चुका है। राजस्थान में पिछले 3 साल में बीजेपी के भी टुकड़े-टुकड़े कर दिए हैं। जो भाजपा अपने कैडर पर विश्वास रखती है, उन्होंने पार्टी के किसी भी कार्यकर्ता को टिकट नहीं दिया है। मैं पूछना चाहता हूं आखिर नरपत सिंह राजवी का टिकट क्यों काटा और दीया कुमारी को विद्याधर नगर से क्यों उम्मीदवार बनाया गया। क्या 15 साल से जो कार्यकर्ता मेहनत कर रहे थे। उनको मौका नहीं मिलना चाहिए था।
सवाल : बालमुकुंद आचार्य कह रहे हैं कि मैं गदा चलाकर आतंकवादियों और जिहादियों को भगा दूंगा, क्या यह संभव है?
जवाब : कर्नाटक में हनुमान जी की गदा ने उल्टा वार किया था, जिसकी वजह से बीजेपी की कर्नाटक सरकार डूब गई थी। न जाने कितने बाबा और देश के नेता वहां गदा लेकर गए थे, लेकिन गदा का असर इन्हीं लोगों पर हो गया और सरकार से बाहर हो गए।
देश और दुनिया में हनुमान जी से बड़ा सेवक कोई दूसरा नहीं है। यह बाबा भी जिस पीठ की सेवा करते हैं, वह बजरंग बली की है। ऐसे में यह अपने नाम के आगे महाराज महामंडलेश्वर कैसे लगा सकते हैं, क्योंकि हनुमान जी तो खुद ही सेवक थे। जो हनुमान जी राम के सेवक थे। यह उनके नाम पर अपनी दुकान चलाना चाहते हैं।
सवाल-: बालमुकुंद आचार्य का आरोप है, कांग्रेस के राज में सिर्फ भ्रष्टाचार हुआ है, कोई काम नहीं हुआ है?
जवाब-: उन्हें इस तरह की बात कहने का कोई अधिकार नहीं है। कल प्रचार के दौरान बालमुकुंद आचार्य क्षेत्र में निकले हुए थे। तब वह आदर्श नगर में जाकर प्रचार करने लगे। वहां जनता ने उनको बताया कि यह हवामहल नहीं बल्कि, आदर्श नगर है। जिस व्यक्ति को हवामहल के भौगोलिक क्षेत्र और वार्ड की जानकारी नहीं है। उसे इस तरह का बयान देने का कोई अधिकार नहीं है। इससे पहले वह धर्माचार्य के तौर पर अपना काम कर रहे थे। इसलिए उन्हें अपना पुराना काम ही करना चाहिए।
राजनीति के लिए बीजेपी के किसी कार्यकर्ता को मौका देना चाहिए। बीजेपी के गलत उम्मीदवार के चयन की वजह से न सिर्फ हवामहल बल्कि, सांगानेर, आदर्श नगर और विद्याधर नगर में भी बीजेपी के कार्यकर्ता आंखों में आंसू लेकर बैठा हुआ है। इसी वजह से देश के प्रधानमंत्री और बीजेपी के सबसे बड़े नेता को तीन विधानसभा जीतने के लिए गली-गली चक्कर काटने पड़ रहे हैं।
सवाल : चुनाव जीतने पर पहली तीन प्राथमिकता क्या रहेगी?
जवाब : अगर जनता ने मुझे प्यार और आशीर्वाद देकर विधानसभा पहुंचाया तो सोशल सिक्योरिटी को लेकर कांग्रेस सरकार ने जनता को जो वचन दिया है। उसे हवामहल में लागू करना मेरी पहली प्राथमिकता रहेगी। इसके साथ ही जनता की हर समस्या चाहे वह सड़क, पानी और बिजली की ही क्यों न हो। उसके समाधान के लिए हर संभव कोशिश करूंगा।
सवाल-: आपको टिकट मिलने से महेश जोशी खुश नहीं है। वह प्रचार में भी आपके साथ नहीं दिख रहे हैं। क्या आपको भितरघात का डर है?
जवाब-: मैंने जब-जब महेश जी को याद किया है, वह आए हैं। जब-जब मैंने बृजकिशोर जी को याद किया, वह भी मेरे लिए आए हैं। अब महेश जी दिनभर तो मेरे साथ रह नहीं सकते है। उनका मुझे पूरा समर्थन है। मैं कांग्रेस का जिला अध्यक्ष भी हूं। हमारे में किसी तरह का कोई मनमुटाव नहीं है, इसलिए मुझे किसी तरह के भितरघात का कोई डर नहीं है। भितरघात का डर तो भाजपा के नेताओं को पूरे राजस्थान में हो रहा है।
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