जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।  

चुनाव के सर्द/गर्म मौसम में राजस्थान जहां एक ओर सियासी रेवड़ी, गजक और धर्मांध कुनैन की नियमित ख़ुराक़ पर चल रहा है वहीं यही समय है जब सिस्टम को दुरुस्त करने वाले और सिस्टम को जैसे का तैसा बनाए रखने वाले अफसरों भी अपना जलवा दिखाते हैं। कौन सही-कौन गलत तो यही सिस्टम जात-बिरादरी और रसूख देखकर तय कर देगा पर प्रदेश के दो विभाग 'शुद्ध के लिए युद्ध' करते हुए आमने-सामने आ गए हैं।    

हुआ यूं कि पुलिस मुख्यालय की क्राइम ब्रांच ने शुक्रवार को चाकसू के कौथून गांव के बीएमसी सेंटर पर दबिश देकर एक हजार मिलावटी दूध से भरी पिकअप को जब्त किया। जब्त दूध की जांच के लिए मौके पर पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने सैंपल ले लिए। कार्रवाई के दौरान पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लिया है। इनसे दूध लाने और सप्लाई के संबंध में पूछताछ की जा रही है। वहीं, जयपुर डेयरी चेयरमैन ओम प्रकाश पूनिया का कहना है कि जांच रिपोर्ट में दूध मिलावटी नहीं पाया गया है। दूध की रिपोर्ट नॉर्मल आई है।

एडीजी क्राइम दिनेश एमएन ने बताया- इंस्पेक्टर रामसिंह नाथावत की टीम को सूचना मिली कि कौथून स्थित गोविंद नारायण जाट की बीएमसी की क्षमता 5 हजार लीटर है। जहां पर अधिकृत किसानों का मात्र डेढ़ सौ लीटर दूध ही आ रहा है, बाकी कहीं बाहर से मंगवाया जा रहा है। उक्त सूचना के बाद एडिशनल एसपी आशाराम चौधरी के नेतृत्व में टीमें गठित करके मौके पर भेजा गया।

शुक्रवार को मौके पर पहुंची टीमों ने रैकी की और सुबह 7 बजे दबिश दी तो एक पिकअप मिली, जिसमें 1 हजार लीटर दूध मिला। प्राथमिक जांच में सामने आया कि टोंक के दतवास स्थित सिरोही गांव से इस बीएमसी पर रोज सुबह 2 हजार लीटर व शाम को 1500 लीटर दूध सप्लाई किया जा रहा है। बीएमसी में आने के बाद दूध को जयपुर डेयरी में भेजा जा रहा है। कार्रवाई के दौरान सरस डेयरी व स्वास्थ्य विभाग की टीमें मौके पर पहुंच गई। जिन्होंने दूध की जांच के लिए सैंपल एकत्रित कर लिए।

सीएमएचओ की टीम ने सैंपल लिए हैं, जिनकी जांच रिपोर्ट आना बाकी

जयपुर डेयरी चेयरमैन ओम प्रकाश पूनिया ने बताया कि पुलिस की क्राइम ब्रांच की ओर से चाकसू के कैथून में बीएमसी पर दूध जब्त किया है। जयपुर डेयरी के अधिकारियों ने भी कार्रवाई के बाद दूध के सैंपल लिए गए हैं, जिन्हें जयपुर डेयरी लेबोरेट्री में जांच की गई। जांच रिपोर्ट में दूध मिलावटी नहीं पाया गया है। डेयरी में दो कंपनी की मशीन पर दूध की जांच की गई है, जिसमें आरएम और बीआर वैल्यू नार्मल मिली है। जयपुर डेयरी में प्लांट में आने से पहले 1 करोड़ की एफटी-1 और एफटी-ए मशीन पर दूध की जांच करती है। जांच रिपोर्ट नॉर्मल मिलने के बाद ही दूध को प्रोसेसिंग किया जाता है। मिलावटी मिलने पर तुरंत नष्ट कर दिया जाता है। इसी दूध के सीएमएचओ की टीम ने सैंपल लिए हैं, जिनकी जांच रिपोर्ट आना अभी बाकी है।

बिना जांच रिपोर्ट के पुलिस अधिकारी दूध को बात रहे हैं मिलावटी

जयपुर डेयरी अधिकारियों ने पुलिस की क्राइम ब्रांच की ओर से की जा रही कार्रवाई पर सवाल खड़े किए हैं। अधिकारियों का कहना है कि अधिकारी सीएमएचओ की जांच रिपोर्ट आए बिना ही दूध को मिलावटी बता रहे हैं।