जयपुर/डूंगरपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

पेपर लीक मामले में इनपुट मिलने के बाद आज सुबह से प्रवर्तन निदेशालय की टीम कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के करीबियों के यहां पर छापेमारी कर रही हैं। ईडी की टीम ने जयपुर और डूंगरपुर में करीब 9 जगहों पर सर्च कर रही हैं। ये सभी आवास और कार्यालय दिनेश खोडानिया, स्पर्धा चौधरी और अशोक जैन के हैं। दिनेश खोडनिया मुख्यमंत्री के करीबी भी बताए जा रहे हैं।

ईडी के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हालही में बाबूलाल कटारा और भूपेन्द्र सारण को ईडी ने रिमांड पर लिया था। बाबूलाल कटारा से हुई पूछताछ के बाद ईडी ने भूपेन्द्र सारण को तीन दिन के रिमांड पर लेकर पूछताछ की थी। बाबूलाल ने इस दौरान अपने कुछ अन्य लोगों की जानकारी ईडी को दी थी। जिसकी पुष्टि करने के लिए भूपेन्द्र सारण से भी क्रोस पूछताछ की गई थी। क्यों की बाबूलाल कटारा और भूपेन्द्र सारण जानते हैं कि और कौन लोग हैं जो पर्दे के पीछे थे। ईडी को दोनों से पूछताछ में कुछ और लोगों के होने की जानकारी मिली। रिमांड के दौरान दोनों से मिली जानकारी को दिल्ली ईडी कार्यालय में भिजवाया गया। जहां से गोपनीय जांच दल ने दिनेश खोडानिया,अशोक जैन और स्पर्धा चौधरी की पिछले 7 दिन तक जांच की। जांच में इन के बैंक डिटेल,बैक ग्राउंड,कॉनटैक्ट,आगामी विधानसभा में इन की भूमिका के अलवा इन के सिविल लाइन में कई वरिष्ठ नेताओं के सम्पर्क की जानकारी ईडी को मिली। जिस पर दिल्ली और गुजरात की टीम को लीड करने के लिए जयपुर टीम के बाद छापेमारी के लिए भेजा गया।

ईडी के अधिकारी दिनेश खोडानिया और अशोक जैन को दे सकते हैं नोटिस

ईडी को सर्च के दौरान अगर पुख्त साक्ष्य मिलते हैं तो इन इन दोनों को ईडी मुख्यालय में आने के लिए नोटिस दे सकती हैं। नोटिस के बाद दोनों को ईडी मुख्यालय में आकर ईडी के सवालों के जवाब देने होंगे। इन के पास कटारा और सारण से मिले कई साक्ष्य मौजूद हैं जिस से साबित होता है कि पेपर लीक मामले में कई और लोग भी हैं जो पर्दे से पीछे थे और राजस्थान पुलिस ने उन्हें पकड़ा नही।