(फाइल फोटो) 

जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

किशनपाेल विधानसभा क्षेत्र की मतदाता सूची में एक ही मकान के पते पर 359 नाम हाेने के मामले में मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। वहीं, भास्कर की पड़ताल में सामने आया कि इस इमारत के पते पर जिन 359 मतदाताओं के नाम वोटिंग लिस्ट में हैं, इनमें से एक भी इस बिल्डिंग में निवास नहीं कर रहा। बिल्डिंग में ग्राउंड फ्लाेर पर कॉम्प्लेक्स बना है और ऊपर की चार मंजिल पर 42 कमरे हैं। दूसरे राज्याें या शहराें से आकर यहां कामकाज करने आने वाले किराए पर रहते हैं। ज्यादातर कैटरिंग का काम करते हैं और महीने में 10 से 15 दिन ही यहां रहते हैं।

185 परिवारों की वोटर आईडी में मकान नंबर 7358 दर्ज!

एमआई रोड के नजदीक हमीद नगर को 7358 नंबर से जाना जाता है। स्थानीय निवासी चिरागुद्दीन ने बताया कि 185 परिवार की वोटर आईडी में एक ही मकान नंबर 7358 लिखा है, जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि एक ही मकान में दो हजार लोग रहते हैं। बस्ती में 300 मकान हैं, पट्टे लेने के बाद अब अलग-अलग मकान नंबर हो गए, लेकिन वोटर आईडी में अभी तक बदलाव नहीं किया गया है।

कुसुम यादव ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

वहीं इस मामले में पार्षद कुसुम यादव ने गुरुवार काे मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता व कलेक्टर प्रकाश राज पुराेहित को 300 पेज के दस्तावेज उपलब्ध कराकर फर्जी वोटरों को मतदाता सूची से हटाने की मांग की। यादव ने बताया कि किशनपोल विधानसभा में 12504 फर्जी मतदाताओं के नाम जुड़े हुए हैं। जिला भाजपा अध्यक्ष राघव शर्मा व पूर्व एमएलए माेहन लाल गुप्ता ने कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित काे ज्ञापन साैंप कर किशनपोल विधान सभा क्षेत्र में फर्जी मतदाताओं के नाम निर्वाचन नामावली से हटाया जाने की मांग की है।

दूसरे राज्यों से कैटर आए और बन गए वोटर, किशनपोल विस के रिटर्निंग ऑफिसर, एसडीएम डाॅ. राकेश मीणा गुरुवार को टीम के साथ मौके पर पहुंचे। मतदाताओ के नाम बिल्डिंग मालिक सलीम से पता किया ताे सामने आया कि 359 में से एक भी मतदाता वहां नहीं रहता। सलीम ने बताया कि चार मंजिला बिल्डिंग के 42 कमराें में किराए पर कुछ दिन के लिए बाहरी राज्यों से लोग आते हैं और कैटरिंग का काम कर लौट जाते हैं। ऐसे में उनके नाम मतदाता सूचियाें में कैसे जुड़ गए, इसकी जांच होनी चाहिए।