जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

बीजेपी ने सीएम अशोक गहलोत पर आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाया है। आज बीजेपी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरूण चतुर्वेदी ने कहा- सीएम अशोक गहलोत राजनीतिक बैठकों में भी सरकारी स्टाफ को उपयोग में ले रहे हैं। जबकि चुनाव आयोग का सीधा निर्देश है कि कोई भी मंत्री राजनीतिक काम के लिए सरकारी स्टाफ का इस्तेमाल नहीं कर सकता हैं।

चर्तुवेदी ने कहा- 10 अक्टूबर को सीएम अशोक गहलोत अपने सचिव कुलदीप रांका को साथ लेकर सोनिया गांधी से राजनीतिक बैठक करने जाते हैं। एक प्रशासनिक अधिकारी का किसी पार्टी की राजनीतिक बैठक में उपस्थित रहना चुनावों को प्रभावित कर सकता हैं। उन्होंने कहा कि इसकी शिकायत हम चुनाव आयोग से करेंगे।

हटाई जाए सीएम अशोक गहलोत की फोटो
बीजेपी ने मांग की है कि बिजली के बिलों, गहलोत द्वारा बांटे गए गारंटी कार्ड और वर्तमान में जारी हो रहे जमीन के पट्टो से सीएम अशोक गहलोत की फोटो हटाई जाए। उन्होंने कहा- इस तरह से सरकारी मशीनरी कांग्रेस के प्रचार का काम कर रही हैं। ऐसे में सीएम अशोक गहलोत की फोटो को सभी जगह से हटाई जाए।

पिछेले 48 घंटे में आचार संहिता के उल्लंखन की 500 से ज्यादा शिकायतें

अरूण चतुर्वेदी ने कहा- 9 अक्टूबर को चुनाव की तारीखों के एलान के साथ ही प्रदेश में आचार संहिता लग गई थी। पिछले 48 घंटों में प्रदेश में आचार संहिता के उल्लंखन की 500 से ज्यादा शिकायतें दर्ज की गई हैं। इसमें से रिटर्निंग ऑफिसर ने 134 को सही पाया हैं। वहीं, 115 को खारिज कर दिया है। सबसे ज्यादा 79 शिकायतें जयपुर जिले को लेकर हैं।