झुंझनू ब्यूरो रिपोर्ट। 

भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर किशनगढ़ विधानसभा सीट से वर्ष 2018 के चुनावों में उम्मीदवार रहकर पार्टी को दूसरे स्थान तक लाने वाले विकास चौधरी ने बुधवार को कांग्रेस का दामन थाम लिया। वर्ष 2023 के चुनाव में भाजपा की ओर से सांसद भागीरथ चौधरी को टिकट देने से नाराज चल रहे विकास चौधरी ने बुधवार को प्रियंका गांधी की सभा में राष्ट्रीय महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष ममता शर्मा और धौलपुर से भाजपा टिकट पर जीती शोभारानी कुशवाहा के साथ मंच पर पहुंचकर कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। संभवतया अब कांग्रेस के उम्मीदवारों की तीसरी सूची में ये तीनों कांग्रेस के उम्मीदवार हो सकते हैं।

लगभग 2 सप्ताह पहले भाजपा की ओर से विधानसभा चुनाव के लिए 41 उम्मीदवारों का ऐलान करने के बाद से पिछले चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी रहे विकास चौधरी ने पार्टी के प्रति नाराजगी प्रकट की थी। सूची जारी होने के दूसरे दिन 10 अक्टूबर को अपने घर के बाहर एकत्र हुए समर्थकों के सामने चौधरी भावुक हो गए थे और उन्होंने सांसद पर अपनी राजनीतिक हत्या का आरोप लगाते हुए धनबल के सहारे टिकट लाने का आरोप लगाया था। इस दौरान उन्होंने भाजपा के उम्मीदवार भागीरथ चौधरी पर कई आरोप लगाए थे।

उन्होंने अपने आंसू पोंछते हुए कहा था कि पिछले 5 सालों से मैं फील्ड में मेहनत कर रहा था, मेरी राजनीतिक हत्या की गई है। इन्होंने (भागीरथ चौधरी) ने कभी मुझे सपोर्ट नहीं किया। हर चुनाव में इनका साथ देने के बावजूद उन्होंने मुझे नजरअंदाज ही किया, वो और उनका बेटा लोगों को हर समय भ्रमित करते है। मैंने अपना सब कुछ छोड़कर राजनीति में सेवा के मकसद से कदम रखा, लेकिन इन्होंने 2000 बार मुझे जहर का घूंट पीने को मजबूर किया।

आपको बता दें कि 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने युवा चेहरे विकास चौधरी पर दांव खेला था। उनके सामने कांग्रेस ने पूर्व विधायक नाथूराम सिनोदिया का टिकट काटकर नंदाराम को उम्मीदवार बनाया था। ऐसे में भाजपा से पूर्व सभापति सुरेश टांक और कांग्रेस से पूर्व विधायक नाथूराम सिनोदिया निर्दलीय के तौर पर चुनाव मैदान में उतर गए। इस चुनाव में निर्दलीय सुरेश टांक चुनाव जीते थे। उन्हें 82678 मत मिले। जबकि, भाजपा के उम्मीदवार विकास चौधरी को 65226 वोट मिले। वे दूसरे नंबर पर रहे। कांग्रेस के बागी नाथूराम सिनोदिया 22851 वोट लेकर तीसरे और कांग्रेस के उम्मीदवार नंदाराम 15157 वोट लेकर चौथे स्थान पर रहे।