अजमेर ब्यूरो रिपोर्ट। 

मानव सेवा, साहित्य , ज्ञान तथा आध्यात्मिकता के माहौल में  प्रतिष्ठित "वैश्विक शांति पुरस्कार" राधा स्वामी सत्संग ब्यास (आरएसएसबी) को प्रदान किया गया। 

अजमेर की  ऐतिहासिक एवं पवित्र दरगाह में हुए एक विशिष्ट समारोह में यह पुरस्कार  दरगाह अजमेर शरीफ़ के गद्दी नशीन और चिश्ती फाउंडेशन के अध्यक्ष हाजी सैयद सलमान चिश्ती द्वारा आध्यात्मिक बुजुर्गों, खुद्दाम ए ख्वाजा समुदाय के वरिष्ठ सदस्यों, अंजुमन सैयदजादगान के अधिकारियों की उपस्थिति में भेंट किया गया। शांति, एकता और वैश्विक भाईचारे को बढ़ावा देने में राधा स्वामी सत्संग ब्यास ( RSSB) समर्पण के साथ निस्वार्थ सेवा  करता है, यही  प्रेम, करुणा और निस्वार्थता की शिक्षाऐं चिश्ती सूफ़ी परम्परा के आध्यात्मिक दर्शन और शिक्षाओं में भी प्रतिबिंबित होती है।

बाबाजी गुरिंदर सिंह ढिल्लों जी, लाखों राधा स्वामी सत्संग ब्यास अनुयायियों के लिए आशा की किरण और मार्गदर्शक प्रकाश रहे हैं, जिन्होंने अनगिनत व्यक्तियों को निस्वार्थ रूप से मानवता की सेवा करने और आध्यात्मिक जीवन अपनाने के लिए प्रेरित किया है। उनके दृष्टिकोण ने आरएसएसबी के मानवीय प्रयासों को प्रेरित किया है, जिससे वैश्विक स्तर पर गहरा प्रभाव पड़ा है।

इस कार्यक्रम में टी आर शंगारी द्वारा लिखित पुस्तक, "ख़्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती - अजमेर, ग़रीबों के हितैषी" का विमोचन भी हुआ। यह पुस्तक, ख़्वाजा ग़रीब नवाज़ के महान जीवन और सूफ़ी शिक्षाओं को श्रद्धांजलि अर्पित करती है और वैश्विक भाईचारे और समस्त सृष्टि के प्रति बिना शर्त प्यार और सेवा के महत्व पर ज़ोर देती है। 

समारोह में  आरएसएसबी के वरिष्ठ अधिकारियों , जे सी सेठी और गुरमिंदर बडेसिया ,सचिव दिगपाल शर्मा , सुनील सबलानी और अन्य  सदस्यों सहित अजमेर डिवीजन आरएसएसबी  के सेवादार भी उपस्थित थे।

यह समारोह आध्यात्मिकता, साहित्य और प्रेम और सेवा के सार्वभौमिक संदेश का एक सुंदर मिश्रण था। इसने विभिन्न पृष्ठभूमियों और आध्यात्मिक मान्यताओं वाले व्यक्तियों को एकजुट किया, एकता और समझ के माहौल को बढ़ावा दिया। महान सूफी संत ख्वाजा गरीब नवाज (आर) की शिक्षाएं और बिना शर्त प्यार लोगों को सभी सीमाओं को पार करते हुए निस्वार्थ भाव से मानवता की सेवा करने के लिए प्रेरित करती रहती हैं।

"वैश्विक शांति पुरस्कार" अधिक दयालु और सामंजस्यपूर्ण दुनिया के लिए एक साझा दृष्टिकोण का प्रतिनिधित्व करता है। राधा स्वामी सत्संग ब्यास और चिश्ती फाउंडेशन मानवता के लिए शांति, प्रेम और सेवा के उद्देश्य को आगे बढ़ाने के लिए समर्पित हैं। राधा स्वामी सत्संग ब्यास एक आध्यात्मिक संगठन है जो ध्यान और निस्वार्थ सेवा के माध्यम से आंतरिक आध्यात्मिक विकास को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है। बाबा जी गुरिंदर सिंह ढिल्लों जी के मार्गदर्शन में,सत्संग सभी पृष्ठभूमि तथा विश्वास के लोगों के बीच शांति,प्रेम, और एकता को बढ़ाने का प्रयास करता है।