जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

बुधवार से राजस्थान हाउसिंग बोर्ड द्वारा संचालित जयपुर चौपाटी मानसरोवर के सभी व्यापारियों ने चौपाटी प्रशासन द्वारा चौपाटी में अनियमितताओ और मनमानी के विरोध में अनिश्चितक़ालीन हड़ताल शुरू कर दी है। आपको बता दें कि दो वर्ष पूर्व हाउसिंग बोर्ड ने करोड़ों रुपये खर्च कर जयपुर में दो चौपाटियाँ बनाई थी, जिनका उद्देश्य जनता को एक ही छत के नीचे लजीज व्यंजन और मनोंरंजन उपलब्ध करवाना था । शुरुआत में बोर्ड के प्रयासों दोनों ही चौपाटियाँ बहुत ही शानदार चली, पर अभी वो भी अन्य सरकारी प्रोजेक्टो की तरह प्रशासन की अनदेखी का शिकार हो गई है । आपको बता दें कि पूर्व हाउसिंग कमिश्नर पवन अरोड़ा ने हाल ही में बोर्ड से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली थी, उसके बाद से हीं हाउसिंग बोर्ड का कोई धनी धोरी नहीं है, नाराज व्यापारियों ने बताया कि शुरुआत में बोर्ड ने जो सपने दिखा कर उन्हें यहाँ दुकाने दी थी वो अब उन पर खरा नहीं उतर रहा है, ना तो उन्हें पहले की तरह साफ़ सफ़ाई और मेंटेनेंस की सुविधा मिल रही है और ना ही वहाँ अब इवेंट्स प्रोग्राम हो रहे है, बोर्ड के लिये चौपाटियाँ सिर्फ़ व्यवसायिक उपक्रम बन कर रह गई है । साथ ही बोर्ड उनसे नियम विरूद्ध जा कर बिजली के बिल और अन्य अधिक वसूली भी कर रहा है, ऐसे में परेशान व्यापारी आये दिन दुकान ख़ाली कर वहाँ से निराश लौट रहे है, इस कारण अब तक आधे दर्जन से अधिक दुकाने बंद हो चुकी है उसके बाद भी आज तक प्रसाशन के कानो पर जूँ तक नहीं रेंगी है । ऐसे में व्यापारियों ने कई बार बोर्ड से इस और ध्यान देने का निवेदन किया परन्तु कोई कार्यवाही नहीं हुई जिससे मजबूरन व्यापारियों में हड़ताल पर जाने का निश्चय किया ।