जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

मॉर्निंग वॉक पर निकले हेड कॉन्स्टेबल की रोड एक्सीडेंट में मौत हो गई। स्थानीय लोगों ने सड़क किनारे शव देखा तो पुलिस को सूचना दी। चंदवाजी थाना पुलिस ने शव की पहचान हेड कॉन्स्टेबल भगवान सहाय मीणा (45) निवासी हरवर (आमेर) के रूप में की। FSL टीम को मौके पर बुलाया गया। जयपुर ग्रामीण एसपी राजीव पचार भी जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंचे।

एसएचओ सवाई सिंह ने बताया- करीब 5:30 बजे थाने के हेड कॉन्स्टेबल भगवान सहाय मीणा संतरी को बताकर मॉर्निंग वॉक पर निकले थे। सुबह करीब 6:30 बजे पुलिस को जानकारी मिली कि सड़क किनारे शव पड़ा है। पुलिस टीम मौके पर पहुंची। सर्च करने पर पता चला कि यह शव भगवान सहाय मीणा का है। आस-पास के लोगों से पूछताछ की तो सामने आया कि किसी अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी। शव को SMS अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखवाया और परिजनों को घटना की जानकारी दी। अज्ञात वाहन के ड्राइवर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

खंगाल रहे हैं सीसीटीवी फुटेज
सीआई ने बताया कि अज्ञात वाहन ने पीछे से भगवान सहाय को टक्कर मारी थी। टक्कर मारने के बाद वाहन का ड्राइवर दिल्ली रोड की तरफ फरार हो गया। दिल्ली रोड पर निम्स कॉलेज के पास के सीसीटीवी फुटेज चेक किए जा रहे हैं। हालांकि अभी तक घटना को लेकर कोई सुराग नहीं लगा है। पुलिस को जिस व्यक्ति ने हादसे की जानकारी दी थी, वह वाहन की जानकारी पुलिस से साझा नहीं कर पा रहा है। वह खुद भी वाहन को लेकर कन्फ्यूज हो रहा है। पुलिस टीमें आस-पास के लोगों से भी घटना को लेकर पूछताछ कर रही है।

3 साल से चंदवाजी थाने में तैनात थे
हेड कॉन्स्टेबल भगवान सहाय मीणा 3 साल से चंदवाजी थाने में तैनात थे। उनके 2 बेटे हैं। बड़ा बेटा प्राइवेट नौकरी करता है, जबकि छोटा बेटा MBBS कर रहा है। हादसे की सूचना मिलने के बाद दोनों बेटे और रिश्तेदार SMS अस्पताल की मॉर्च्युरी पहुंचे। पुलिस ने मेडिकल बोर्ड से शव का पोस्टमॉर्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया। परिवार के लोग शव लेकर गांव हरवर रवाना हो गए, जहां उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया।

रोजाना मॉर्निंग वॉक पर जाते थे
हेड कॉन्स्टेबल के साथियों ने बताया कि भगवान सहाय मीणा रोजाना करीब 5-5:30 बजे मॉर्निंग वॉक पर जाते थे। वह रोजाना संतरी को सुबह की राम-राम करते और फिर दिल्ली रोड की तरफ करीब 3-4 किलोमीटर तक पैदल जाते और फिर लौटते। थाने के पास एक टी-स्टॉल है, जहां बैठ कर चाय पीने के साथ ही न्यूजपेपर पढ़ते थे। भगवान सहाय रोजाना 7-8 किलोमीटर पैदल चलते थे।